Credit Card वालों हो जाएं सावधान, अब चुकाना होगा 47 प्रतिशत ब्याज, भूलकर भी न करें ये गलती
My job alarm - (Credit Card Limit) Credit Card ज्यादातर युवा क्रेडिट कार्ड पाने के लिए लालायित रहते हैं लेकिन अगर इसका इस्तेमाल संभलकर न किया जाए तो आदमी कर्ज के जाल में उलझने लगता है जिससे पार पाना कई बार असंभव लगने (sbi credit card rate) लगता है। लोग क्रेडिट कार्ड के जरिए बड़ी रकम (Bank Guideline) के सामानों की खरीदारी कर लेते हैं। वे ये सोचते हैं कि इस रकम को वे किश्तों में चुका देंगे। शुरुआत में वे बड़ी खरीदारी कर तो लेते हैं, लेकिन बाद में पेमेंट करने में परेशानी आने लगती है। आमतौर पर क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाने के लिए 20 से 50 दिन का (axis bank credit card rate) समय मिलता है। लेकिन आपने तय समय पर क्रेडिट कार्ड का पैसा नहीं चुकाया तो उस पर पेनल्टी लगती है।
कैसे बन जाते हैं क्रेडिट कार्ड डिफॉल्टर -
जब आप क्रेडिट कार्ड से भारी खरीदारी कर लेते हैं और आपको लगता हैं कि आप इस रकम को आसानी से किस्तों (credit card default) में चुका देंगें। लेकिन ऐसा हो नहीं पाता क्योंकि आपके अन्य खर्चों को देखते हुए आपके बिल की (hdfc bank credit card rate) डेडलाइन निकल जाती हैं और आपके ऊपर क्रेडिट कार्ड का ब्याज लग जाता हैं। उधार लेने वाला (credit card defaulter case) आदमी कई बार मिनिमम पेमेंट करने के लिए छोटा-छोटा पर्सनल लोन लेकर कर्ज की दलदल में फंसता चला जाता है। जिसके चलते वह कर्जदार बन जाता हैं और क्रेडिट कार्ड डिफॉल्टर हो जाता है।
कंपनियां लेती हैं भारी ब्याज -
ग्राहक तय समयसीमा तक क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान नहीं करता है, तो कंपनी ब्याज वसूलती है। यह (credit card rate) ब्याज दर 50 फीसदी तक या इससे अधिक भी हो सकती है। आइए जानते हैं कि विभिन्न बैंक क्रेडिट कार्ड की बकाया रकम पर कितनी ब्याज दर वसूलते हैं।
अपने बिल पर नजर रखें -
क्रेडिट कार्ड युजर को हर महीने क्रेडिट कार्ड बिल (Credit Card Bill) पर बारीक नजर रखनी चाहिए। क्योंकि आपने क्या खर्च किया, कितना खर्च किया अगर आपको इस बात का हिसाब नहीं (RBI Guideline for Credit Card) होगा तो आप कर्जे में फंस सकते हैं। देखें कि बिल में कोई ऐसा खर्च तो नहीं दिख रहा है जो आपके द्वारा न किया गया हो।
समय पर पेमेंट करें -
अगर आप भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपको यह जरूर ध्यान देना चाहिए कि आप समय से पहले अपना बिल भर दें। बैंक द्वारा दी गई गाइडलाइन के अनुसार क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग (transunion cibil) करने पर 45 दिनों तक कोई ब्याज नहीं लगता। लेकिन समय पुरा होने से पहले पेमेंट करना आपके लिए बेहद फायदेमंद होता हैं। अन्यथा आपको इसके भारी नुक्सान उठाने पडते हैं। जल्द ही आप कर्ज के जाल में फंस जाएंगे। अगर (Maximum punishment for credit card defaulter in India) आपके पास बिल देने का पैसा न हो तो अपनी बकाया राशि को ईएमआई में बदल सकते हैं। इससे आपका अपने क्रेडिट स्कोर भी खराब नहीं होगा।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का सबसे कम है ब्याज -
आकंडों के मुताबिक बता दें कि आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के क्रेडिट कार्ड (IDFC First Bank Credit Card) की ब्याज दरें सबसे कम और इंडसइंड बैंक की सबसे ज्यादा है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक पांच साल की अवधि के लिए 5 लाख रुपये के कार लोन पर 9 प्रतिशत से अधिक ब्याज लेता है। इस दर पर 5 लाख के कार लोन पर मंथली ईएमआई 10,379 रुपये होगी।
इंडसइंड बैंक की सबसे ज्यादा है ब्याज दर -
इंडसइंड बैंक ने 3 करोड़ रुपये से कम (IndusInd Bank Credit Card) की सावधि जमा (FD) पर ब्याज दरों में बदलाव किया है। बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, नई FD दरें 7 सितंबर, 2024 यानी आज से लागू हैं। बैंक अपने आम ग्राहकों को 7 दिनों से लेकर 5 साल तक टेन्योर वाले एफडी पर 3.50% से 7.99% तक ब्याज दे रहा है। बैंक में 60 साल से कम उम्र के ग्राहकों को 1 साल 4 महीने से 1 साल 6 महीने के बीच की अवधि वाले एफडी पर सबसे 7.99% ब्याज मिल रहा है। बैंक में 7 दिनों से लेकर 5 साल तक की अवधि वाले सीनियर सिटिजन एफडी पर आम लोगों को तुलना में लगभग 0.5 फीसदी अधिक यानी 4% से 8.49% के बीच ब्याज दर मिल रहा है।