Bank FD नहीं कॉरपोरेट एफडी में मिल सकता है बड़ा फायदा, जानिए ब्याज और बाकी सबकुछ
My job alarm - (Corporate FD benefits) वर्तमान समय में लगभग सब लोग अपने सुरक्षित भविष्य के लिए बचत तो करते ही हैं। हा किसी का बचत और निवेश करने का तरीका अलग भी हो सकता है। यह बचत सोने (gold investment) , संपत्ति (property) , म्यूचुअल फंड्स (mutual funds) , फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) आदि के रूप में हो सकती है। लेकिन आज अधिकतर लोग निवेश के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट को एक बेहतर विकल्प तमानते है। इनके द्वारा इसमें एक तय राशि निश्चित समय अवधि के लिए जमा की जाती हैं, जो बाद में ब्याज सहित मिल जाती है। ऐसे में क्या आप जानते है कि आज के समय में 2 प्रकार के फिक्स्ड डिपॉजिट प्रचलन में हैं। पहला बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट और दूसरा कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट (Corporate Fixed Deposit) । आज के समय में फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश का सबसे पॉपुलर ऑप्शन माना जाता है। लेकिन FD के अलावा भी कुछ विकल्प हैं जो उससे कहीं ज्यादा रिटर्न आपको दे सकते हैं।
बता दें कि कंपनी अपनी जरूरत के लिए पैसे जुटाती हैं जिसके लिए यह निवेशकों से पैसे लेती हैं जिसे कॉरपोरेट एफडी कहा जाता (best option for investment) है। कंपनी निवेशकों को विज्ञापन के जरिए निवेश करने की ओर आकर्षित करती हैं। इस एफडी पर कंपनियां बैंक से ज्यादा इंटरेस्ट रेट देती हैं। कंपनी का कॉरपोरेट FD पर ब्याज अधिक होना निवेश के लिए बेहतर माना जाता (corporate fd rates) है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में कॉरपोरेट एफडी रेट देने वाले बैंकों की लिस्ट जारी की है। आप भी चेक कर लें।
कंपनी एफडी स्कीम इंटरेस्ट रेट(1 साल की अवधि में)
-केरला ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड
केरला ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (Kerala Transport Development Finance Corporation Limited )- सामान्य FD रेट 5.75% - 6.00% है वहीं सीनियर सिटीजन के लिए FD रेट 6.00% - 6.25%
-श्रीराम सिटी फाइनेंस
श्रीराम सिटी फाइनेंस (Shriram City Finance)- सामान्य FD रेट 6.50% - 7.75% और सीनियर सिटीजन FD रेट 6.80% - 8.05%
-महिंद्रा फाइनेंस
महिंद्रा फाइनेंस (Mahindra Finance)- सामान्य FD रेट 5.50% - 6.45% और सीनियर सिटीजन FD रेट 5.75% - 6.70%
-एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस (LIC Housing Finance)- सामान्य FD रेट 5.10% - 5.60% और सीनियर सिटीजन FD रेट 5.35% - 5.85%
कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है?
बैंक एफडी के बारे में तो सब जानते है लेकिन कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट (what is Corporate Fixed Deposit) एक ऐसी टर्म है जिसके बारे में अधिकतर लोगों के जानकारी नही होती है। ऐसे में आज हम आपको बतोन वाले है कि आखिर कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट होता क्या है। बता दें कि कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट भविष्य के लिए धन निवेश करने का एक बेहतरीन विकल्प है। यह फिक्स्ड डिपॉजिट का एक ऐसा माध्यम है, जिसे कंपनी या कॉर्पोरेट वर्ग संचालित करते (who iss responsible for Corporate Fixed Deposit) हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियों को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ज्यादा धन की आवश्यकता होती है। ऐसी स्थिति में कंपनी धन जुटाने के लिए अपने निवेशकों से एक तय समय के लिए धन लेती है। ये कंपनियां तय समय पूरा होने के बाद अपने निवेशकों को उनका दिया हुआ धन ब्याज के साथ लौटा देती (how to invest in corporate fd) है। निवेशकों और कंपनियों के बीच होने वाले इस लेनदेन को कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट कहा जाता है।
जान लें इसमें कितना है जोखिम
अब आधे से ज्यादा लोग बैंक में एफडी करवाते है ताकि उनका पैसा सुरक्षित जगह पर निवेश हो। बैंक एफडी के चलन में ज्यादा होने का यही कारण है कि यह बेहद सुरक्षित माध्यम है। RBI के सख्त नियमों (RBI rules for fd) का बैंक एफडी में पालन किया जाता है। ऐसे में अगर बैंक दिवालिया भी हो जाता है तो ऐसी स्तिथि में भी एफडी (FD interest rates) राशि चाहे जितनी हो, एक लाख रुपए तक की राशि डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन के तहत सुरक्षित रहती है।
लेकिन वहीं दूसरी तरफ अगर हम कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट की बात करें तो इस पर इस तरह की कोई सुरक्षा नहीं मिलती है, लेकिन इसका मतलब यह बिलकुल भी नहीं की आपका इन्वेस्टमेंट बेहद जोखिम भरा हो। जब भी आप किसी कंपनी में निवेश करें तो उस कंपनी की क्रेडिट रेटिंग एक बार जरूर चेक (check ratings of company before investing) करें। आप अगर सब कुछ देख कर चेक करके पैसा लगाएंगे तो आपका पैसा डूबने की संभावना काफी कम हो जाती है।
टैक्स बेनिफिट
एफडी में निवेश करने से पहले आपको इस बात की जानकारी होना बेहद आवश्यक है कि बैंक और कंपनी डिपॉजिट पर निवेशक आयकर की जिस स्लैब में आता (tax slab for fd) है उसके अनुसार टैक्स लिया जाता है। आयकर कानून 1961 के तहत अगर बैंक एफडी पर एक साल में ब्याज 10 हजार रुपए से अधिक बनता है तो स्रोत पर टीडीएस की कटौती की जाती है। बता दें कि कंपनी एफडी में इसकी सीमा 5 हजार रुपए है।
Corporate FD करते समय रखें इन बातों का विशेष ध्यान
-सबसे पहले तो आपको ये बात जरूर ध्यान में रखनी है कि आप कंपनी की रेटिंग देख कर ही उसमें पैसे लगाएं। अगर आप कम रेटिंग वाली कंपनी के अंतर्गत कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट करते हैं तो आपको जोखिम उठाना पड़ सकता है। आपका काफी नुकसान भी हो सकता है।
-ध्यान रखें कि पैसे लगाने से पहले कंपनी का पुराना रिकॉर्ड जरूर देखें।
-उसी कंपनी में कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट करवाएं जो कंपनी अच्छा मुनाफा कमा रही हो
-किसी कंपनी में कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट करने से पहले उनके नियम और शर्तें अच्छे से समझ लें ताकि भविष्य में आपको कोई परेशानी न हो।
कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट कराने के ये है फायदे
-अधिक ब्याज दरें
-अच्छी समय सीमा
-निश्चित रिटर्न
-नियमित आय
-फ्लेक्सिबिलिटी का विकल्प
-सीनियर सिटीजन को विशेष लाभ की व्यवस्था
कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट के नुकसान
कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट करवाने के जितने फायदे हैं, इसके उतने ही नुकसान भी हैं। कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट के नुकसान इस प्रकार हैं-
-अधिक जोखिम
-पुनः निवेश में नुकसान
-कंपनी का चुनाव