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8th pay commission : 1 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज, 3 गुना होगा फिटमेंट फैक्टर, जानिये सैलरी में कितना होगा इजाफा

Fitment Factor Latest Update : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए राहत की खबर सामने आई है। आठवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने की उम्मीद है। इससे कर्मचारियों की सैलरी में जबरदस्त इजाफा होगा। फिटमेंट फैक्टर का केन्द्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी तय करने में अहम रोल माना जाता है। सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि इस बार फिटमेंट फैक्टर तीन गुना हो सकता है। आईये नीचे खबर में जानते हैं - 

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8th pay commission : 1 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज, 3 गुना होगा फिटमेंट फैक्टर, जानिये सैलरी में कितना होगा इजाफा

My job alarm -  केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक गुड न्यूज है। दरअसल, 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाए जाने की संभावना जताई जा रही है। फिटमेंट फैक्टर वह आधार है, जिसके जरिए कर्मचारियों की सैलरी और की गणना की जाती है। यह बदलाव न केवल उनकी आय में वृद्धि करेगा, बल्कि उनके जीवपेंशन न स्तर को भी बेहतर बनाएगा।


फिटमेंट फैक्टर में बदलाव का असर


फिलहाल, 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) की सिफारिशों के तहत फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना है। इसका मतलब है कि कर्मचारी की बेसिक सैलरी को 2.57 से गुणा करके कुल सैलरी तय की जाती है। लेकिन 8वें वेतन आयोग में इसे बढ़ाकर 2.86 गुना किए जाने की संभावना है। अगर ऐसा होता है, तो केंद्रीय कर्मचारियों की आय में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।


कर्मचारियों की मांग और उम्मीदें


नेशनल काउंसिल ऑफ जॉइंट कंसल्टेटिव मशीनरी (JCM) के कर्मचारी पक्ष के सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने हाल ही में एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि 8वें वेतन आयोग के गठन के बाद उनकी मुख्य मांग फिटमेंट फैक्टर (fitment factor) को बढ़ाने की होगी। उन्होंने कहा, “हम 2.86 के फिटमेंट फैक्टर की मांग कर रहे हैं, क्योंकि यह बदलाव 10 साल में एक बार ही होता है।”

नेशनल काउंसिल ऑफ जॉइंट कंसल्टेटिव मशीनरी (JCM) के कर्मचारी पक्ष के सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने मीडिया में बातचीत के दौरान कहा कि आगामी 8वें वेतन आयोग में "कम से कम 2.86" के फिटमेंट फैक्टर पर विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह संशोधन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस तरह का बदलाव हर 10 साल में एक बार ही होता है। मिश्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि 8वें वेतन आयोग के गठन के बाद उनकी मुख्य मांग फिटमेंट फैक्टर को 2.86 करने की होगी, ताकि कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में अच्छा-खासा इजाफा हो सके।

क्या होता है फिटमैंट फैक्टर


केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन तय करने में फिटमेंट फैक्टर की सबसे अहम भूमिका होती है। कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को फिटमैट फैक्टर से गुना करके ही उनकी वेतन भत्तों के अलावा कुल सैलरी निकाली जाती है। उदाहरण के तौर पर- अगर किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 20,000 रुपए है, है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी कुल सैलरी निकालने के लिए इसमें फिटमैंट फैक्टर से गुणा किया जाएगा। जैसे अभी फिटमैंट फैक्टर 2.57 गुना है, तो कर्मचारी की सैलरी होगी 20,000 X 2.57= 51,400 रुपये।
ऐसे में जाहिर सी बातहै कि अगर फिटमैंट फैक्टर  (fitment factor) बढ़ता है, तो इससे केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी भी बढ़ जाएगी और उन्हें सीधा फायदा मिलेगा। केंद्रीय कर्मचारी लंबे समय से फिटमैंट फैक्टर को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

8वें वेतन आयोग का गठन कब होगा?


फिलहाल 8वें वेतन आयोग के गठन को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। सामान्यत: हर 10 साल में एक बार वेतन आयोग का गठन किया जाता है, जो केंद्र सरकार के कर्मचारियों और सेवानिवृत्त कर्मियों की सैलरी और पेंशन में बदलाव की सिफारिशें करता है।
पिछले यानी 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission Update) का गठन फरवरी 2014 में किया गया था। इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अगुआई वाली सरकार ने मंजूरी दी थी। इस आयोग ने केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में कई अहम बदलाव किए, जो 1 जनवरी 2016 से लागू हुए।
अब, 8वें वेतन आयोग को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। कर्मचारी संगठनों का मानना है कि इसका गठन 2025-26 तक हो सकता है। वेतन आयोग के जरिए सैलरी और पेंशन को बढ़ाने की प्रक्रिया कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने के लिए की जाती है।

 

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