UP News : यूपी के इस शहर में आएगा प्रोपर्टी में बूम, निवेश करने वालों की हो जाएगी मौज
UP property News : रियल एस्टेट सेक्टर के विकास में इन दिनों काफी तेजी देखने को मिल रही है। हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार यूपी के एक शहर में प्रोपर्टी को लेकर अपडेट सामने आ रहा है जिसके अनुसार इस शहर में जल्द ही प्रोपर्टी में बूम आने वाला है। प्रोपर्टी में निवेश करने वालों की तो बल्ले-बल्ले होने वाली है आइए आप भी जान लें कि कौन सा है यूपी का ये शहर...
My job alarm - प्रोपर्टी में निवेश अब तक लोगों का सबसे ज्यादा किया जाने वाला निवेश है। खासकर बड़े शहरों में लोग प्रोपर्टी में निवेश करने को ही प्राथमिक्ता देते है। अब इन निवेशकों (investors of property) के लिए खुशी की खबर सामने आ रही है। वैसे तो दिल्ली जैसे बड़े शहरों में प्रोपर्टी की खरीद (property purchase) बेच सबसे ज्यादा सुनने को मिलती है। देश के लगभग हर शहर में रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी (Boom in real estate sector) से बदलाव देखने को मिल रहा है।
टियर 2 और टियर 3 सिटीज उभरते बाजार के रूप में अपनी पहुंच काफी ज्यादा बढ़ा रहे हैं और बड़े शहरों से मिल रहे हैं। रिसर्च प्रोजेक्टस में ये साफ पता चल रहा है कि इन शहरों में रियल एस्टेट गतिविधियों में वृद्धि (Increase in real estate activities) होगी और इनमें आर्थिक विकास, मजबूत मैक्रो-इकॉनोमिक इंडिकेटर और अनुकूल जनसांख्यिकी जैसे कारक अहम भूमिका निभाने वाले हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2036 तक अनुमानित हाउसिंग डिमांड (housing demand) 94 मिलियन यूनिट तक पहुंच जाएगी। इस बढ़ी डिमांड की वजह से डेवलपर्स को उत्तरी और पश्चिमी इलाकों में कॉन्सेंट्रेशन के साथ पूरे देश में लगभग साढे 3 हजार एकड़ भूमि का अधिग्रहण (acquisition of land) करना होगा।
रेजिडेंशियल डेवलपमेंट पर दिया जा रहा है जोर
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये उभरते बाजार पूरे विकास क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं और इनकी विशेषता गतिशील रियल एस्टेट लैंडस्केप और लगातार बढ़ रहीं लोगों की उम्मीदें हैं। इस विकास में मुख्य रूप से जोर रेजिडेंशियल डेवलपमेंट (emphasis on Residential Development) पर है, जिसमें 91.6 फीसदी अधिग्रहित जमीन कम ऊंचाई और प्लॉट वाले फॉर्मेंट के लिए निर्धारित की गई है। ये जमीन स्व-व्यवसाय और निवेश दोनों के लिए पर्याप्त अवसर पेश करती है।
यहां बनेंगे 10 स्मार्ट सिटी
ताजा अपडेट में साझा जानकारी के मुताबिक यूपी स्मार्ट सिटी मिशन (UP Smart City Mission) के तहत राज्य में कुल 10 स्मार्ट सिटी बनेंगे। ये सभी शहर आने वाले महीनों में 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं के ऑपरेशन का गवाह बनने वाले हैं। इनमें से दिल्ली के करीब ‘ब्रास सिटी’ के नाम से जाना जाने वाला उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद सबसे अलग है। सरकार सबसे पहले इसी शहर को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित करने जा रही है।
पहले जान लें क्यों फेमस है मुरादाबाद
हर जगह अपने आप में कुछ खास होती ही है। वहां की संस्कृति में कोई न कोई चीज तो ऐसी होती ही है जो कि उसे फेमस बनाती है। यूपी का मुरादाबाद शहर अपने पीतल के हस्तशिल्प (brass handicrafts) के लिए देश-दुनिया में फेमस है। मुरादाबाद ने अपनी शहरी सेवाओं को बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी को अपनाया है और इसकी वजह से इसे ‘ब्रास सिटी’ या ‘पीतल नगरी’ उपनाम ('Brass City') मिला है।
यहां के स्मार्ट अर्बन सेंटर के रूप में बदलने की वजह से रियल एस्टेट सेक्टर (real estate sector) में नए अवसर खुले हैं और ये निवेशकों और घर खरीदने वालों को समान रूप से आकर्षित कर रहे हैं। बेहतरीन कचड़ा प्रबंधन, अडवांस लाइटिंग सिस्टम और डिजिटल प्रशासन (digital governance facility) जैसी स्मार्ट सुविधाओं ने मुरादाबाद के प्रति लोगों की अपील बढ़ा दी है।
डेवलपर्स कर रहे ये कोशिश
जानकारी के लिए बता दें कि डेवलपर्स इन स्मार्ट पहलों के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश में लगे हैं और वे तालमेल बिठा भी रहे हैं। इस वास्ते ऊर्जा-कुशल डिजाइन (energy-efficient design), रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम (Rain Water Harvesting System) और ग्रीन स्पेस को अपने प्रोजेक्ट्स में शामिल कर रहे हैं। कॉमर्शियल और इंडस्ट्रियल जोन्स के विकास से मुरादाबाद के रियल एस्टेट मार्केट को और ज्यादा फायदा मिल रहा है और ये निवेश के अवसरों के लिए अलग-अलग पोर्टफोलियो ऑफर करते हैं।
ऐसे समय में लोहिया ग्लोबल की रियल एस्टेट सेक्टर (Lohia Global's real estate sector) में एंट्री एक महत्वपूर्ण विकास के प्रतीक के रूप में है। यह जल्द ही मुरादाबाद में अपना पहला रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट लॉन्च करने की योजना बना रही है। यह परियोजना 10 एकड़ में फैली हुई है और इसमें महंगे लग्जरी विला (expensive luxury villas) शामिल होंगे। इस ग्रुप के पास रियल एस्टेट डेवलपमेंट के लिए कई शहरों में बड़े-बड़े प्लॉट हैं।
यूपी में इतना बढ़ गया रजिस्ट्रेशन
यूपी को विकयित करने में इन स्मार्टसिटी का महत्वपूर्ण योगदान रहन वाला है। इस स्मार्ट सिटी मिशन (Smart City Mission) ने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ ही सुरक्षा में भी बढ़ोतरी की है। बता दें कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ने चुने हुए शहरों के रियल एस्टेट मूल्य को भी बढ़ाया है, जिससे वे बड़े शहरों की तुलना में और भी बेहतर बनते जा रहे हैं।
हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक, यूपी के गैर-एनसीआर शहरों में रजिस्ट्रेशन (Registration in non-NCR cities of UP) में 60 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इनमें लखनऊ, वाराणसी, आगरा और मुरादाबाद जैसी स्मार्ट सिटी शामिल हैं। ये शहर बेहतर बुनियादी ढांचे, अच्छी लाइफस्टाइल और सुविधाओं के साथ टियर 2 और 3 सिटीज के बढ़ते आकर्षण को दिखाते है।