My job alarm

UP के इस एक्सप्रेसवे के किनारे सोलर प्रोजेक्ट लगाएगी सरकार, 100 गांवों की जमीन के बढ़ जाएंगे रेट

UP News :  एक्‍सप्रेसवे के दोनों किनारों पर सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार ने जमीनें भी चिन्हित कर ली है और जल्‍द ही इसका जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो जाएगा। जाहिर है कि इस प्रोजेक्‍ट के बनने से एक्‍सप्रेसवे के दोनों किनारों की जमीनों के रेट सातवें आसमान में पहुंच जाएंगे।
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UP के इस एक्सप्रेसवे के किनारे सोलर प्रोजेक्ट लगाएगी सरकार, 100 गांवों की जमीन के बढ़ जाएंगे रेट

My job alarm - (Solar Expressway) :  देशभर में एक्‍सप्रेसवे और हाईवे का जाल बिछाया जा रहा है। इससे सड़क सुविधाओं के साथ जमीनों की कीमतों में भी बंपर तेजी देखने को मिल रही है। आंकड़े बताते हैं कि जहां भी एक्‍सप्रेसवे या हाईवे (news expressway or highway) का निर्माण हुआ है, वहां जमीनों की कीमतों में तेजी से उछाल आया है। 
उत्तर प्रदेश में भी हाल में ही एक नए एक्‍सप्रेसवे का उद्घाटन किया गया और अब इसके दोनों तरफ सोलर प्रोजेक्‍ट लगाने का काम शुरू हो गया है। एक्‍सप्रेसवे तो शुरू हो चुका है, लेकिन सोलर प्रोजेक्ट (Expressway Solar Project) के लिए सरकार फिर से जमीनों का अधिग्रहण शुरू करेगी, जिससे इस एक्‍सप्रेसवे के आसपास जमीनों की कीमतों में तगड़ी तेजी देखने को मिलेगी। 

 

हम जिस एक्सप्रेसवे की बात कर रहे हैं उसे उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड सोलर एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Solar Expressway) के नाम से जाना जाएगा। पिछले दिनों ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया है। आंकड़ों से मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि देश में जहां-जहां से एक्सप्रेसवे गुजरता है, वहां जमीन की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिलता है।

 

और यूपी (UP) के इटावा जिले से चित्रकूट जिले तक बना यह एक्सप्रेसवे करीब 296 किलोमीटर लंबा है। इसे 4 लेन का बनाया गया है और पूरा निर्माण कार्य महज 28 महीने में पूरा कर लिया गया। एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद अब सरकार इसके दोनों तरफ सोलर प्रोजेक्ट (Bundelkhand Solar Expressway project) लगाने की तैयारी कर रही है। यह देश का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जिसके दोनों ओर सोलर प्रोजेक्ट लगाए जाएंगे।

 

लगभग एक लाख घरों को मिलेगी बिजली

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) इस परियोजना को पूरा करेगा। क्योंकि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Industrial Development Authority) की है। प्रोजेक्ट के तहत 550 मेगावाट बिजली पैदा करने का लक्ष्य है। जिससे 1 लाख घरों को रोशन किया जा सकेगा। और यह प्रोजेक्ट पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत पूरा किया जाएगा। एक्सप्रेसवे की मुख्य सड़क और सर्विस लेन के बीच 15 से 20 मीटर चौड़ी पट्टी है, जिस पर सोलर पैनल लगाकर बिजली बनाने की योजना है।


हो गई जमीन की पहचान

इस एक्सप्रेसवे को लेकर सरकार बड़ी तैयारी कर रही है। सरकार ने एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर सोलर पैनल (Solar panels on both sides of the expressway) लगाने के लिए बड़ी मात्रा में जमीन अधिग्रहण के लिए जमीन की भी पहचान कर ली है और इसका अधिग्रहण जल्द ही शुरू हो जाएगा। जाहिर है इस प्रोजेक्ट के बनने से एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ की जमीन की कीमतें भी बढ़ने लगेंगी। इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने के लिए 8 सोलर पावर डेवलपर्स ने अपना प्रेजेंटेशन भी पूरा कर लिया है।


100 गांवों का सीधा फायदा

आज हम आपको उस एक्सप्रेस वे के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सात जिलों से होकर गुजरने वाला है इस एक्‍सप्रेसवे के किनारे सोलर प्रोजेक्‍ट (Solar project along the expressway) बनने से करीब 100 गांवों को सीधा फायदा होगा। सोलर पावर से बनी बिजली का इस्‍तेमाल कर सालाना 6 करोड़ रुपये बचाए जा सकते हैं। इस एक्‍सप्रेसवे के किनारे स्थित 100 गांवों के 1 लाख घरों को बिजली मिलेगी। सबसे ज्‍यादा फायदा जालौन जिले को होगा, जिसके 64 गांवों की जमीनें अधिग्रहण की जाएंगी। इसके अलावा चित्रकूट के 9 गांव, बांदा के 28 गांव, महोबा के 8 गांव, हमीरपुर के 29 गांव, औरेया के 37 गांव और इटावा के 7 गांवों को इसमें शामिल किया गया है।

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