Supreme Court Decision : सास ससुर की संपत्ति में बहू को कितना मिलेगा हक, सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला
Daughter-in-law's rights : बहू को अपने पति की अलग संपत्ति के साथ-साथ साझा घर यानी सास-ससुर के मकान में रहने का भी कानूनन अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट ने पत्नी के अधिकारों को लेकर एक ऐतिहासिक फैसला (Historic decision of Supreme Court) सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि पत्नी का पति की अर्जित की हुई संपत्ति पर तो अधिकार (rights on husband's property) होगा ही इसके साथ ही पति के माता-पिता के घर में रहने का भी अधिकार है।
My job alarm - (Property Rights) हाल ही में सुप्रीम कोर्ट का एक ऐतिहासिक फैसला आया है। इस फैसले से घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को राहत मिलेगी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में दो न्यायाधीशों की पीठ के फैसले को पलटते हुए एक ऐतिहासिक फैसला दिया है। फैसले के अनुसार सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि बहू को अपने पति के माता-पिता के घर (Rights in mother-in-law's house) में रहने का पूरा अधिकार है। जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने ये ऐतिहासिक फैसला सुनाया है।
पति की संपत्ति से अलग मिलेगा ये अधिकार
सुप्रीम कोर्ट ने घरेलू हिंसा मामले को लेकर ये ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि घरेलू हिंसा की शिकार पत्नी को अपने सास-ससुर के मकान में रहने का कानूनी हक (Legal right to live in in-laws' house) मिलेगा। फैसले में यह भी कहा है कि पत्नी का पति द्वारा अर्जित की गई संपत्ति पर जहां कानूनी अधिकार होगा, वहीं पति के माता-पिता के मकान में केवल रहने का ही कानूनी अधिकार होगा। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने तकरीबन 150 पेज के फैसले में घरेलू हिंसा कानून 2005 का हवाला देते हुए ये दलील दी है।
दो न्यायाधीशों की बेंच का फैसला पलटा
बता दें कि तरुण बत्रा मामले में दो न्यायाधीशों की बेंच ने अपने फैसले में कहा था कि पत्नियों को अपने पति के माता-पिता के मालिकाना हक वाली प्रॉपर्टी में रहने का (Daughter-in-law's right in father-in-law's property) अधिकार नहीं है। इसलिए वो सास-ससुर के मकान में नहीं रह सकती।
इस फैसले के खिलाफ सुनवाई करते हुए अब तीन न्यायाधीशों वाली पीठ ने फैसले को पलट दिया है और कई सवालों के जवाब भी दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट की तीन न्यायाधीशों वाली बेंच के फैसले के अनुसार पत्नी को जहां पति की संपत्ति में कानूनी हक (Legal rights in husband's property) मिलेगा, वहीं सास-ससुर के घर में भी रहने का भी पूरा अधिकार है।