sarso tel : सरसों तेल पर प्रतिबंध, इस्तेमाल करने वाले जान लें कारण
Mustard Oil Ban : सरसों का तेल एक ऐसी चीज है जो आपको लगभग हर घर में देखने को मिल जाता है। ये आसानी से बाजार में उपलब्ध होता है। अधिकतर घरों में खाने में सरसों तेल (mustard oil) इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन आप ये जानकार हैरान रह जाएंगे कि इस तेल पर प्रतिबंद्ध लगा दिया गया है। ये सरसों का तेल खाने में इस्तेमाल करने वालों के लिए आश्चर्यचकित जानकारी है। आइए जान लें इसके प्रतिबंद्धित होने के पीछे का कारण
My job alarm - (Mustard Oil) भारतीय किचन में आपको काफी चीजें ऐसी देखने को मिल जाती है जो कि स्वाद प्रकृति और रंग में काफी भिन्न होती है। मसालों की ही अगर बात करें तो आपकी जानकारी से भी ज्यादा मसाले होते है जिनमें से कुछ तो हर रोज आम ही खाना बनाने में इस्तेमाल किए जाते है। इनमें से कुछ प्रमुख मसाले (Spices in Indian kitchen) होते है जो कि किसी खास तरह की डिश में ही इस्तेमाल किए जाते है। इसी तरह तेल, घी आदि (Edible oil) भी कई तरह के होते है जो कि खाने के हिसाब से अलग-अलग इस्तेमाल किए जाते है। खाना पकाने के लिए कई तरह के तेलों का इस्तेमाल किया जाता है। आज इस खबर के माध्यम से हम एक ऐसे वर्सेटाइल खाना पकाने के बारे में बात करेंगे जो हमारे द्वारा शामिल किए जाने वाले व्यंजनों में एक मजबूत तीखी और मिट्टी की सुगंध जोड़ता है।
जी हां, आज हम बात करने वाले है सरसों के तेल (Mustard Oil) की। अमूमन हर भारतीय रसोई में खाना पकाने के लिए इस तेल का इस्तेमाल होता है। खासकर करी बनाने के लिए इसे एक अच्छे विकल्प के तौर पर देखा जाता है, अगर बात की जाए नॉनवेज खाने की तो वो सरसों के तेल (sarso tel) में ही बेहतर बनता है। ऐसा इसलिए भी किया जाता है क्योंकि इसे हेल्दी भी माना जाता है। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इस पसंदीदा चीज को भारत में तो पसंद किया जाता है लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका में यह इतना बैन (Mustard oil ban in America) है। जी हां आपने सही पढ़ा। खाना बनाने के लिए इसे वहां पर पूरी तरह से बैन किया गया है। हैरानी हो रही है क्यों? आइए आपके साथ कुछ इंफार्मेशन शेयर करते हैं।
सरसों के तेल पर बैन, जानिए कारण
जानकारी के अनुसार जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि अमेरिका में सरसों के तेल के खाद्य पदार्थ के तौर पर सेवन (Consumption of mustard oil as a food item) करने पर बैन लगा दिया गया है। बता दें कि इक्विनॉक्स लैब के सीईओ, फूड सेफ्टी एक्सपर्ट अश्विन भद्री के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में सरसों के तेल को मंजूरी नहीं दी गई है
क्योंकि इसमें इरुसिक एसिड का उच्च स्तर (high levels of erucic acid) माना जाता है। जिन लोगों को नहीं पता है उनको बता दें कि इरुसिक एसिड के हाई लेवल संभावित हार्ट परेशानियों, फेफड़ों और स्किन पर खराब असर पड़ता है। इन्हें अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के निर्णय के पीछे का प्रमुख कारण माना जाता है। इसलिए वहां इसे खाने पर प्रतिबंद्ध लगा दिया गया है।
क्या इरुसिक एसिड सच में है आपकी सेहत के लिए हानिकारक
इस पर फूड एक्सपर्ट कृष अशोक का कहना है कि कुछ वैज्ञानिक स्टडीज पर अंध विश्वास करना पूरी तरह से समझदारी नहीं है। ऐसा अध्ययनों की क्वालिटी और उनके आर्थिक प्रोत्साहन के कारण होता है, जो इसमें बड़ी भूमिका निभा सकते हैं और यही कारण है कि आप संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय किराना स्टोरों में सरसों के तेल (Mustard oil in Indian grocery stores) की बोतलें बेचते हुए पाएंगे, जिन पर "केवल बाहरी उपयोग के लिए" लेबल लगा होता है।
हालांकि, अमेरिका में सरसों के तेल (sarso ka tel) पर बैन के बाद भी वे कहते हैं कि कई भारतीय तेल की ये बोतलें खरीदते हैं और उन्हें अपने देसी व्यंजनों में इस्तेमाल (tel used in desi dishes) करते हैं। अगर इस मामले की शुरूआत की बात की जाए तो यह सब 1970 के दशक में चूहों पर किए गए एक अध्ययन से शुरू हुआ, लेकिन हम अक्सर यह समझने में विफल रहते हैं कि "चूहों का चयापचय (Metabolism of rats) मौलिक रूप से अलग होता है," वे कहते हैं। यही कारण है कि अपने भोजन के विकल्पों के बारे में सावधान रहना और संदेह मुक्त होकर अपने भोजन का आनंद लेना जरूरी है।
वैसे अगर साइंटिफिकली देखा जाए तो फूड सेफ्टी एक्सपर्ट (Food Safety Expert) इस पर बताते हैं कि अगर इरुसिक एसिड की बात की जाए तो थोड़ी मात्रा में ये शरीर के लिए सुरक्षित है, लेकिन लंबे समय तक इसका हाई लेवल आपकी बॉडी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। सरसों के तेल (Mustard oil ) में ज्यादा मात्रा में पाया जाने वाला इरुसिक एसिड एक मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड है, जो जानवरों पर किए गए अध्ययनों में पाया गया है कि जब इसका बड़ी मात्रा में सेवन किया जाता है, तो यह हार्ट हेल्थ के लिए हानिकारक होता है।
हालांकि एक्सपर्ट द्वारा किए गए इन अध्ययनों में सामान्य मानव उपभोग की तुलना में ज्यादा खुराक शामिल थी, लेकिन ह्यूमन में इसी तरह के प्रभावों की संभावना को पूरी तरह से खारिज नहीं किया जा सकता है, जिससे सावधानी बरती जा रही है। फूड एक्सपर्ट (Food experts) कहते हैं, "हालांकि, अध्ययन मानव स्वास्थ्य पर इरुसिक एसिड के प्रभावों (effects of erucic acid) की स्पष्ट तस्वीर पेश नहीं करते हैं।"