RBI Governor : हर भारतीय नोट पर जिसके होते हैं साइन, जानिये उसे कितनी मिलती है सैलरी
RBI Governor Salary : आरबीआई गवर्नर के बिना बैंकों से जुड़े बड़े फैसले नहीं लिए जा सकते। नए नोट जारी करने या पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के फैसले के लिए भी आरबीआई गवर्नर की सहमति जरूरी होती है। आपने देखा होगा कि भारतीय नोटों पर आरबीआई (RBI) गवर्नर के साइन होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आरबीआई गवर्नर की सैलरी कितनी होती है? आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने इस पर खुलासा किया है। आइए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं -

My job alarm - भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर का पद भारत में एक बेहद प्रतिष्ठित और जिम्मेदारी भरा होता है। हर भारतीय नोट पर आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं, जो इस पद की महत्ता को दर्शाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस उच्च पद पर बैठे व्यक्ति को कितनी सैलरी (RBI Governor Salary) मिलती है? इस विषय पर कुछ रोचक जानकारी साझा की है रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने, जो सितंबर 2013 से सितंबर 2016 तक इस पद पर रहे।
आरबीआई गवर्नर की सैलरी
रघुराम राजन (RBI Governor Raghuram Rajan) के मुताबिक, जब वे आरबीआई गवर्नर थे, उन्हें सालाना केवल चार लाख रुपये की सैलरी मिलती थी। यह सुनने में काफी कम लगता है, खासकर इस पद की बड़ी जिम्मेदारियों को देखते हुए। उन्होंने इस बात का खुलासा किया। राजन ने कहा, "मुझे आरबीआई (RBI) गवर्नर के तौर पर सालाना चार लाख रुपये मिलते थे।" हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि गवर्नर के तौर पर जो सबसे बड़ी सुविधा मिलती है, वह एक भव्य आधिकारिक आवास है, जो मुंबई के मालाबार हिल (Malabar Hill) में स्थित है। यह आवास मुंबई के सबसे महंगे इलाकों में से एक में है और धीरूभाई अंबानी के घर से कुछ ही दूरी पर है।
रघुराम राजन को नहीं मिलती पेंशन -
जब रघुराम राजन (Raghuram Rajan) से पूछा गया कि क्या आरबीआई गवर्नर की सालाना चार लाख रुपये की सैलरी उचित है, तो उन्होंने कहा कि यह सैलरी अन्य सरकारी अधिकारियों के मुकाबले है। राजन ने बताया कि आरबीआई गवर्नर की सैलरी कैबिनेट सेक्रेटरी (Cabinet Secretary Salary) के बराबर होती है, और यही सैलरी अन्य उच्च पदों पर बैठे सरकारी अधिकारियों को भी मिलती है।
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि आरबीआई गवर्नर को दूसरी सुविधाएं, जैसे सरकारी पेंशन, नहीं मिलती हैं। सरकारी अधिकारियों को पेंशन की सुविधा दी जाती है, लेकिन आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) के पद पर यह सुविधा उपलब्ध नहीं होती है। इसके बावजूद गवर्नर को मेडिकल सुविधाएं मिलती हैं, जो उनके लिए एक लाभकारी पहलू है।
रघुराम राजन ने यह भी साफ किया कि उन्हें पेंशन नहीं मिलती है, क्योंकि आरबीआई गवर्नर के पद के बाद उन्होंने वापस शिक्षण कार्य शुरू कर दिया था और उनकी आय का स्रोत अब वह है। इसलिए, उनके लिए पेंशन की जरूरत नहीं है।
आरबीआई गवर्नरों को कितनी मिलती है पेंशन -
रघुराम राजन ने बताया कि अधिकतर आरबीआई गवर्नरों को पेंशन नहीं मिलती क्योंकि वे पहले सिविल सर्वेंट (civil servant) रहे होते हैं, और उन्हें पहले से ही पेंशन मिलती रहती है। हालांकि, उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति का जिक्र किया जो सिविल सर्वेंट नहीं था और उसने कई सालों तक आरबीआई (RBI) में काम किया था। राजन का मानना है कि उसे पेंशन मिलनी चाहिए थी।
हालांकि, खुद राजन ने कहा कि उन्हें पेंशन की जरूरत नहीं है। आरबीआई गवर्नर का पद छोड़ने के बाद उन्होंने अमेरिका में दोबारा पढ़ाना शुरू कर दिया था और उनके पास अब एक फुलटाइम नौकरी है। इसलिए उनके लिए पेंशन का सवाल नहीं उठता। राजन ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी मौजूदा नौकरी ही उनकी आय का प्रमुख स्रोत है, इसलिए उन्हें पेंशन की आवश्यकता नहीं है।