Property Rules : नीलामी वाला घर खरीद रहे हैं तो ध्यान रखें ये बातें, नहीं तो खा जाएंगे धोखा
Property tips : अपने घर खरीदने के सपने को साकार करने के लिए लोग हर तरह की कोशिश करते हैं जिसमें एक कोशिश नीलामी के जरिए प्रॉपर्टी (auctioned property tips) खरीदने की भी होती है। नीलामी वाला घर खरीदना भी आम बात होती है, लेकिन ज्यादातर लोग इसके नियम नहीं जानते, जिससे उन्हें बाद में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि प्रॉपर्टी खरीदने में पूरी जीवन की कमाई भी बर्बाद हो जाती है। आपके साथ ऐसा ना हो इसलिए आपको कुछ जरूरी बातें ध्यान में रखनी चाहिए।

My job alarm - (property buying tips): नीलामी की प्रोपर्टी खरीदना एक उत्तम निर्णय साबित हो सकता है, अगर आप सभी नियमों को ध्यान में रखकर खरीदा जाए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नीलामी की प्रोपर्टी वह प्रोपर्टी (Property buying tips) होती है जब कोई व्यक्ति लोन लेकर कोई प्रोपर्टी खरीदता है और लोन डिफॉल्ट होने के कारण बैंक वो प्रोपर्टी नीलाम कर देता है, ताकि बैंक के लोन का पैसा वसूला जा सके।नीलामी की प्रोपर्टी (auction property niyam) खरीदते वक्त अगर आप इन बातों का ध्यान नहीं रखेंगे तो आपको भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
क्यों करते हैं प्रोपर्टी को नीलाम-
अगर आप नीलामी के जरिए प्रॉपर्टी खरीदने का सोच रहे हैं, तो आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। बैंक अक्सर ऐसी प्रॉपर्टीज़ को नीलाम (auction property rules) करते हैं, जिन्हें वे अपने कर्जदार से वसूलने के लिए जब्त कर चुके होते हैं। जब कोई व्यक्ति बैंक से लोन लेता है, तो वह अपनी प्रॉपर्टी को गारंटी के रूप में रखता है।
अगर वह समय पर लोन नहीं चुका पाता, तो बैंक उसकी प्रॉपर्टी नीलाम (Tips for buying auctioned property) करके अपनी रकम वसूल कर लेता है। अगर आप भी इस तरह की नीलामी में घर खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि बाद में कोई मुश्किल न हो।
संपत्ति को अधिग्रहित कर लेता है बैंक-
अगर आप बैंक से लोन लेते हैं और किसी कारणवश उस लोन की रिपेमेंट करने में असफल हो जाते हैं, तो ऐसे मे बैंक आपको लोन का डिफॉल्टर (loan defaulter) मान लेता है और आपकी संपत्ति को अधिग्रहित कर (why bank acquire property) लेता है और इसे नीलाम कर देता है। जिस पर आप कुछ नहीं कर सकते क्योंकि ये प्रोसेस कानून के अंतर्गत होता है। नीलामी की प्रोपर्टी अन्य प्रोपर्टी से काफी सस्ती होती है। अगर आप भी इस नीलामी की प्रोपर्टी खरीदने का मन बना रहे हैं तो इसकी पेमेंट प्लान के बारे में पूर्ण रूप से सही कार्यविधि जान लें।
नुकसान की भरपाई कैसे करेगा बैंक-
बैंक नीलामी (bank auction) की जानकारी देते वक्त यह बताते हैं कि प्रॉपर्टी का कब्जा कब मिलेगा। इसके अलावा, बैंक से यह भी पूछना जरूरी है कि नीलामी के बाद प्रॉपर्टी पर आपका अधिकार कब होगा। बैंक पुराने मालिक से प्रॉपर्टी आपके नाम पर ट्रांसफर (bank property nilaam) करती है और आमतौर पर कब्जे की एक अनुमानित तारीख देती है। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह प्रक्रिया कब पूरी होगी और कब आप प्रॉपर्टी का इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं।
यह जानकारी ले लें बैंक से-
इस बारे में बैंक से स्पष्ट जानकारी लेनी चाहिए की अगर बैंक निर्धारित तारीख तक प्रॉपर्टी (bank property sieze rule) का कब्जा नहीं दे पाता, तो वह आपके नुकसान की भरपाई कैसे करेगा। इसके साथ ही नीलामी से पहले यह भी चेक कर लेना चाहिए कि प्रॉपर्टी पर कोई बकाया तो नहीं है, जैसे बिजली, पानी के बिल, या प्रॉपर्टी टैक्स। इन बिलों की जांच करना बेहद जरूरी है, ताकि बाद में आपको कोई अतिरिक्त वित्तीय दायित्व न उठाना पड़े।