Property Occupied : आपकी प्राेपर्टी पर किसी दूसरे का हो गया कब्जा तो तुरंत करें ये काम, नहीं तो हाथ से निकल जाएगी संपत्ति
Property Occupied : प्रोपर्टी से जुड़े नियमों और कानूनों को लेकर लोगों में जानकारी का अभाव होता है. इसी कड़ी में आज हम आपको बता दें कि अगर आपकी प्राेपर्टी पर किसी दूसरे का कब्जा (possession) हो गया है तो इस स्थिति में आप कैसे अपनी प्रोपर्टी का छुड़वा सकते है-
My job alarm - (Property News) प्रॉपर्टी से जुड़े विवाद आए दिन सुनने को मिलते है. कुछ लोग दूसरों की प्रॉपर्टी पर अधिकार जताने के लिए फर्जी कागजात (fake documents) तक बनवा लेते हैं. अगर वे इस प्रॉपर्टी को अपने कब्जे में न लेना चाहें तो कागज की मदद से किसी और के नाम पर ट्रांसफर कर देते हैं.
हालांकि, इस तरह के फर्जीवाड़े में ठग बेहद सफाई से फर्जी कागजात बनवा लेते हैं. ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि अगर आपकी प्रॉपर्टी पर कोई इस तरह से अधिकार जमाए तो क्या करना चाहिए-
उठाएं ये कदम-
- इस तरह के मामलों में जैसे ही आपको पता चले तो सबसे पहले नजदीकी पुलिस थाने (police station) में इसकी शिकायत दर्ज करानी चाहिए. अगर कोई ठग आपकी प्रॉपर्टी पर अधिकार (Property Rights) जमाता है तो आपका पहला कदम होना चाहिए कि आप शिकायत दर्ज कराएं.
- अगर संभव हो सके तो आप इंस्पेक्टर जनरल ऑफ रजिस्ट्रेशन (Inspector General of Registration) या सब-रजिस्ट्रार को भी लिखित जानकारी दे सकते हैं. इस लिखित जानकारी में आपको जरूर बताना चाहिए कि यह स्थिति कैसे पैदा हुई. इससे उन्हें आपकी समस्या के गंभीरता के बारे में पता चल सकेगा.
- अगर आप चाहें तो अपने क्षेत्र के अखबार में भी इस बारे में जानकारी जारी कर सकते हैं कि प्रॉपर्टी के मूल मालिक (original owner of the property) आप ही हैं और आपने अब तक अपनी प्रॉपर्टी को न तो बेचा है और न ही इसे लेकर किसी तरह का ट्रांजैक्शन किया है. एक प्रॉपर्टी मालिक के तौर पर आपके लिए केवल कागजात ही नहीं बल्कि प्रॉपर्टी पर आपक कब्जा होना भी इस तरह की चुनौती से दूर कर सकता है.
- कानूनी जानकारों की मानें तो इस तरह के मामले में आईपीसी की धारा 420 (धोखा देना), 467 (कागजारों का फर्जीवाड़ा), 468 (धोखा देने के उद्देश्य से फर्जीवाड़ा), 471 (फर्जी कागज को सही कागज के रूप में दिखाना) के तहत कर्ज दर्ज कराया जा सकता है.
प्रॉपर्टी मालिक के तौर पर इन बातों का रखें खास ख्याल-
- आपको इस तरह की प्रॉपर्टी पर आपको किसी दूसरे व्यक्ति को लंबे समय किराये पर कब्जा में नहीं देना चाहिए.
- समय-समय पर किरायेदार को बदलते रहना चाहिए.