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New link expressway in up : 15000 करोड़ की लागत से यूपी के इन शहरों को मिलेगी लिंक एक्सप्रेस-वे, 2-3 साल में पूरा हो जाएगा काम

New link expressway in up - उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का जाल तेजी से बढ़ रहा है, जिससे राज्य के दूरदराज के इलाके मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. इसी कड़ी में आपको बता दें कि यूपी के इन शहरों को 15000 करोड़ की लागत से लिंक एक्सप्रेस-वे मिलेगी... कहा जा रहा है कि दो-तीन साल से पूरा हो जाएगा काम-आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

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New link expressway in up : 15000 करोड़ की लागत से यूपी के इन शहरों को मिलेगी लिंक एक्सप्रेस-वे, 2-3 साल में पूरा हो जाएगा काम

MY Job Alarm : (New link expressway in up) उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का जाल तेजी से बढ़ रहा है, जिससे राज्य के दूरदराज के इलाके मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. यह विस्तार न केवल राज्य के विकास को गति दे रहा है, बल्कि राष्ट्रीय प्रगति में भी योगदान कर रहा है. इन एक्सप्रेसवे (expressway) ने उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्रों में विकास के नए द्वार खोले हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) अब उन शहरों को भी लिंक एक्सप्रेसवे से जोड़ रहे हैं जो अभी तक एक्सप्रेसवे नेटवर्क से वंचित थे, जिससे पूरे प्रदेश में कनेक्टिविटी बढ़ रही है.

 


 

लिंक एक्सप्रेसवे के जरिए वाराणसी, ग्रेटर नोएडा (greater noida), कानपुर और झांसी जैसे बड़े शहर जोड़े जा रहे हैं. गोरखपुर को पहले ही एक्सप्रेसवे से जोड़ दिया गया है. लगभग 15,000 करोड़ की लागत से बनने वाले अलग-अलग लिंक एक्सप्रेस वे उन शहरों के लिए वरदान बन रहे हैं जो कनेक्टिविटी में थोड़ा पीछे रह गए थे. अगले डेढ़ से 2 साल में यह सारे शहर रफ्तार से जुड़ जाएंगे.


गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Link Expressway) पर वाहनों का संचालन शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि यह एक्सप्रेसवे राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इसके अलावा, झांसी लिंक एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे (ganga expressway), जेवर एयरपोर्ट लिंक एक्सप्रेसवे और गाजीपुर-चंदौली लिंक एक्सप्रेसवे (Ghazipur-Chandauli Link Expressway) जैसी परियोजनाएं भी यूपी के विकास को गति देंगी. इन प्रोजेक्ट्स से यात्रा का समय कम होगा और औद्योगिक विकास, पर्यटन व रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. यह सभी एक्सप्रेसवे राज्य को प्रगति की राह पर तेजी से आगे बढ़ाएंगे.


गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे-

 इस एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल की नई धड़कन भी कहा जाता है, जिसका उद्घाटन जून में हुआ. यह 91.35 किलोमीटर लंबा, चार लेन का एक्सप्रेसवे गोरखपुर जिले के जैतपुर गांव (NH-27) को आजमगढ़ जिले के सलारपुर गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ता है. इसकी कुल लागत 5,876 करोड़ रुपये है. जिसमें भूमि अधिग्रहण भी शामिल है. यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ जिलों से होकर गुजरता है. इसमें 7 फ्लाईओवर, 7 बड़े पुल, 27 छोटे पुल, 2 टोल प्लाजा और 125 अंडरपास शामिल हैं. लिंक एक्सप्रेसवे के जरिए लखनऊ से गोरखपुर (Lucknow to Gorakhpur) की दूरी को मात्र 3-3.5 घंटों में तय किया जा सकता है. जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इसके साथ ही, औद्योगिक गलियारे और रियल एस्टेट के विकास को भी रफ्तार मिलने की उम्मीद है.


झांसी और चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे-

बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए झांसी और चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे गेम-चेंजर साबित होंगे. झांसी लिंक एक्सप्रेसवे, जो लगभग 125-135 किलोमीटर लंबा होगा, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को झांसी के पास बीड़ा में प्रस्तावित औद्योगिक शहर से जोड़ेगा. इसकी लागत लगभग 1,300 करोड़ रुपये अनुमानित है, जिसमें 228 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण के लिए हैं. यह परियोजना रक्षा कॉरिडोर और फार्मा पार्क जैसी औद्योगिक इकाइयों को बढ़ावा देगी. वहीं, चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे, जो करीब 20 किलोमीटर लंबा होगा, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को चित्रकूट से जोड़ेगा. दोनों परियोजनाओं के लिए बजट आवंटित हो चुका है, और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी.

गाजीपुर-चंदौली लिंक एक्सप्रेसवे-

पूर्वांचल में ही गाजीपुर से चंदौली तक प्रस्तावित 100 किलोमीटर लंबा विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे (Vindhya-Purvanchal Link Expressway) बनने से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को विस्तार मिल जाएगा. यह परियोजना पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, जिससे गाजीपुर, चंदौली और वाराणसी जैसे शहरों के बीच यात्रा आसान होगी. यह एक्सप्रेसवे औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति मिलेगी.

गंगा एक्सप्रेसवे- जेवर एयरपोर्ट लिंक एक्सप्रेसवे-

गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) को दिसंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है. यह मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर में फैला है. उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे को जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए एक नई योजना शुरू की है. इस योजना के तहत एक नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा, जो यात्रा को आसान और तेज बनाएगा. यह परियोजना क्षेत्र के विकास, व्यापार और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने में मदद करेगी. यह नया एक्सप्रेसवे लगभग 76 किलोमीटर लंबा होगा.

इसकी अनुमानित लागत 4415 करोड़ रुपये है, जिसमें से 4000 करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण पर खर्च होंगे. एक्सप्रेसवे नोएडा और बुलंदशहर के 57 से 68 गांवों से होकर गुजरेगा. यह गंगा एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे (yamuna expressway) से जोड़ेगा, जिससे जेवर एयरपोर्ट तक पहुंच आसान होगी. इस एक्सप्रेसवे के जरिए जेवर एयरपोर्ट से मेरठ, प्रयागराज, आगरा और अन्य शहर सीधे जुड़ जाऐंगे. मेरठ से प्रयागराज का सफर केवल 6-8 घंटे में पूरा हो सकेगा.

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