NCR में यहां बनेगा नया एक्सप्रेसवे, 2500 करोड़ की आएगी लागत, मिनटों में पूरा होगा सफर
NCR - दिल्ली एनसीआर वालों के लिए गुड न्यूज है। एनसीआर क्षेत्र में नया एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे से यूपी और हरियाणा वालों को भी बड़ा फायदा है। इस प्रोजेक्ट को बनाने में लगभग 2.5 हजार करोड़ की लागत आएगी। बता दें कि मौजूदा समय में नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोजाना करीब 10 से 15 लाख वाहन चलते है। जो इसकी क्षमता से कही ज्यादा है, इसलिए नया एक्सप्रेसवे बनाने पर विचार किया गया है...
My job alarm - Noida Airport: ग्रेटर नोएडा के जेवर इलाके में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से दिल्ली और हरियाणा की कनेक्टिविटी को सुनिश्चित करने के लिए एनएचएआई ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के समांतर एक और एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए सर्वे का काम पूरा होने के बाद अपनी सहमति दे दी है. दिल्ली के कालिंदी कुंज से नोएडा एयरपोर्ट का रास्ता महज 30 मिनट में पूरा हो जाएगा. इसके बनने से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दबाव कम होगा. इसके साथ ही 10 लाख से ज्यादा वाहन चालक अपने गंतव्य तक आसनी से पहुंच सकेंगे.
32 किलोमीटर की होगी एक्सप्रेसवे की लंबाई
एक्सप्रेसवे की लंबाई करीब 32 किमी की होगी, जिसमें 28 किमी नोएडा क्षेत्र में और 4 किलोमीटश्र एयरपोर्ट से लिंक करने में बनाया जाएगा. इसके पूरा होने से लखनऊ तक का सफर वाहन चालक बिना किसी रुकावट पूरा कर सकेंगे.
दोबारा कराया जाएगा सर्वे
NHAI ने पुस्ता रोड समेत अन्य ऑप्शन पर सर्वे कर रिपोर्ट बना ली है. नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) के सीईओ के अनुसार एनएचएआई की सहमति मिलने के बाद अब एक कंपनी हायर करके इसका सर्वे दोबारा कराया जाएगा, ताकि डीपीआर (DPR) तैयार कर काम को शुरू किया जा सके. नए एक्सप्रेसवे से दिल्ली, हरियाणा और यूपी के कई शहरों को सीधे फायदा पहुंचेगा.
रोजाना गुजरते है 10 से 15 लाख वाहन
मौजूदा समय में नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोजाना करीब 10 से 15 लाख वाहन चलते हैं. ये वाहन एक्सप्रेस-वे की क्षमता से ज्यादा है, इसी कारण के चलते नया एक्सप्रेसवे बनाने पर विचार किया जा रहा है. एक्सप्रेसवे को दिल्ली कालिंदी कुंज के पास मुंबई-बड़ोदरा एक्सप्रेसवे से जोड़ने का प्लान है. इसके बनने से हरियाणा के फरीदाबाद, बल्लभगढ़, दिल्ली के बदरपुर, नेहरू प्लेस और नोएडा का ट्रैफिक जो हालिया एक्सप्रेसवे का यूज करते हैं, वो सीधे नए एक्सप्रेस-वे के जरिये यमुना एक्सप्रेस से आगरा, अलीगढ़, मथुरा, नोएडा एयरपोर्ट और लखनऊ तक आ जा सकेंगे. उन्हें जाम का सामना नहीं करना होगा..
ढाई हजार करोड़ रुपये का खर्चा
इस प्रोजेक्ट को बनाने में करीब दो से 2.5 हजार करोड़ रुपए का खर्चा होगा। इन पैसे के लिए सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट दोनों को ही लागत वहन करनी होगी। मौजूदा समय में प्राधिकरण इतनी बड़ी रकम प्रोजेक्ट (project) पर खर्च करने में असमर्थ है। इसकी वजह प्राधिकरण के पास आय के साधन समाप्त होना है।
आपको बता दें नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से अगले साल अप्रैल में पैसेंजर फ्लाइट उड़ान भरने की उम्मीद है. कुछ दिन पहले ही एयरपोर्ट अधिकारियों की तरफ से जानकारी दी गई थी कि पहले चरण में बन रहे रनवे की लंबाई 3.9 किमी और चौड़ाई 60 मीटर है.