NCR में 8 गांवों की जमीन पर बसाया जाएगा नया शहर, बीच से बहेगी हिंडन नदी
NCR New Township : हाल ही में दिल्ली एनसीआर के इलाकें में एक नया शहर बसाने की जानकरी काफी चर्चा में चल रही है। इस नए शहर के निर्माण के तहत कुल 8 गांवों की जमीन को इसमें सम्मिलित किया जाएगा। इतना ही नही, इस नए शहर में एक हिंडन नदी भी बहेगी। ये सुनने में ही काफी रोचक लग रहा है। आइए नीचे खबर में जान लें इस नए शहर के बारे में पूरी डिटेल्स....
My job alarm - दिल्ली एनसीआर में एक नई टाउनशिप बसाने की पूरी तैयारी चल रही है। विकास प्राधिकरण (development authority) की ओर से इसे लेकर हर जरूरी काम शुरू कर दिया गया है। इसमें सबसे पहले आता है उस टाउनशिप के लिए भूमि और ड्रोन का सर्वेक्षण जो कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (Ghaziabad Development Authority) के द्वारा शुरू कर दिया गया है। 541.1 हेक्टेयर में बसाई जाने वाली हरनंदीपुरम टाउनशिप (Haranandipuram Township) के लिए 8 गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। नई टाउनशिप (new township) 8 गांवों की जमीन पर बसाई जाएगी और इसके बीच से एक हिंडन नदी भी गुजरेगी। टाउनशिप उत्तर में पाइपलाइन रोड से लेकर पूर्व में नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड और दक्षिण में मोरटी तक फैली होगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण (Chief Minister Urban Expansion) और नए शहर प्रोत्साहन योजना (new city incentive scheme) के तहत इसे बसाया जा रहा है। अधिग्रहित की जाने वाली 541.1 हेक्टेयर जमीन में से सबसे बड़ा हिस्सा यानी 247.84 हेक्टेयर नंगला फिरोजपुर गांव की होगी। इस तरह से इसके निर्माण का कार्य जोरों शोरों से चलाया जा रहा है।
हरनंदीपुरम टाउनशिप के लिए जमीन
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के द्वारा हरनंदीपुरम टाउनशिप (Haranandipuram Township) के लिए शमशेर गांव की 123.97 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। शाहपुर मोरटा की करीब 54.20 हेक्टेयर, भोवापुर की 53.26 हेक्टेयर, चंपत नगर की 39.2 हेक्टेयर, भनेरा खुर्द की 11.83 हेक्टेयर और मथुरापुर की 8.72 हेक्टेयर, और मोरटी की करीब 2.58 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। एक अनुमान के अनुसार, हरनंदीपुरम को विकसित करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी, जिसका अधिकांश हिस्सा भूमि अधिग्रहण में खर्च (cost of land acquisition) किया जाएगा।
जीडीए को जुटाने होंगे 5000 करोड़ रुपये
इस प्रोजेक्ट को लेकर जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण और नए शहर प्रोत्साहन योजना (new township scheme) के तहत राज्य सरकार भूमि लागत (land cost) का 50 फीसदी वहन करेगी, जबकि जीडीए को शेष राशि वहन करनी होगी। इस पर एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा है कि, “नई टाउनशिप के लिए जीडीए को कम से कम 5,000 करोड़ रुपये जुटाने होंगे। लागत को पूरा करने के लिए, हमने अपनी भूमि और संपत्ति का ऑडिट करने के लिए लखनऊ स्थित एक एजेंसी को काम पर रखा है। टाउनशिप की लागत (township construction cost) को पूरा करने के लिए इसे मुद्रीकृत किया जाएग। एजेंसी को 2 महीने में अपनी रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।”
आधुनिक टाउनशिप का ऐसा होगा रूप
इस प्रोजेक्ट में अधिक जानकारी के लिए बता दें कि हरनंदीपुरम में आवासीय के साथ- साथ व्यवसायिक और संस्थागत भूखंड (Residential as well as commercial and institutional plots in Haranandipuram) भी होंगे। इस प्ररेजेक्ट में पब्लिक को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। आरआरटीएस के साथ ही साथ नॉर्दर्न पेरीफेरल रोड, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल से कनेक्टिविटी रहेगी।
ऑर्बिटर रेल (orbiter rail in new township) की भी इस टाउनशिप से जोड़ने की योजना है। जीडीए की प्लानिंग (GDA planning) इस शहर को एक आधुनिक और स्वच्छ शहर बनाने की है। यहां के लेआउट में स्कूल, कॉलेज, रेस्टोरेंट, मॉल, अस्पताल, साइबर सिटी आदि के लिए भी भूखंड (plots) रखे जाएंगे। साथ ही पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए हरियाली के लिए भी अच्छी-खासी जगह छोड़ी जाएगी।