6 हजार करोड़ की लागत से बनेगा Jewar Airport के पास सबसे स्मार्ट शहर, इन शहरों को मिलेगी नई पहचान
Jewar Airport - हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि यमुना अथॉरिटी जेवर एयरपोर्ट (Yamuna Authority Jewar Airport) के पास एक स्मार्ट सिटी बनाने की योजना बना रही है। यह प्रोजेक्ट मथुरा के राया क्षेत्र में एक भव्य हेरिटेज सिटी के निर्माण पर केंद्रित है... आइए नीचे खबर में जान लेते है इस रिपोर्ट से जुड़ी पूरी जानकारी-

My job alarm - (Jewar Airport) उत्तर प्रदेश में तेजी से विकास हो रहा है। यमुना अथॉरिटी जेवर एयरपोर्ट (Yamuna Authority Jewar Airport) के पास एक स्मार्ट सिटी बनाने की योजना बना रही है। यह प्रोजेक्ट मथुरा के राया क्षेत्र में एक भव्य हेरिटेज सिटी के निर्माण पर केंद्रित है। इससे मथुरा और वृंदावन जैसे धार्मिक स्थलों को वैश्विक पहचान मिलने की उम्मीद है। इस हेरिटेज स्मार्ट सिटी के माध्यम से पर्यटन और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
इन शहरों को मिलेगी नई पहचान-
राया हेरिटेज सिटी प्रोजेक्ट का उद्देश्य ब्रज और मथुरा की समृद्ध कल्चरल और धार्मिक विरासत को प्रदर्शित करना है। इस परियोजना की Detailed Project Report (DPR) को मंजूरी मिल चुकी है, जिससे इसके कार्यान्वयन का रास्ता साफ हो गया है। उम्मीद की जा रही है कि इस वर्ष के मध्य से प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य की शुरुआत होगी। यह परियोजना स्थानीय संस्कृति को प्रोत्साहित करने तथा पर्यटकों के लिए एक आकर्षण केंद्र बनाने में मदद करेगी, जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
735 एकड़ में बनेगी हेरिटेज सिटी प्रोजेक्ट-
हेरिटेज सिटी का विकास 735 एकड़ क्षेत्र में किया जाएगा। पहले चरण में वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 101 किमी लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का एक महत्वपूर्ण पहलू पॉलुशन नियंत्रण है, जिसके तहत इलेक्ट्रिक बस सेवा (Electric Bus Services) शुरू करने की योजना है। यह प्रयास न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा। इस तरह, हेरिटेज सिटी स्थायी विकास (Heritage City Sustainable Development) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कैसे स्मार्ट सिटी बनेगी हेरिटेज सिटी-
थीम आधारित हेरिटेज सिटी (Theme Based Heritage City) को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए यहां 350 एकड़ में हेरिटेज सेंटर बनाया जाएगा। इसके अलावा 103 एकड़ में योगा, वेलनेस और नेचुरोपैथी सेंटर बनाया जायेगा, वहीं, 97 एकड़ में ग्रीन पार्क, टूरिस्ट ट्रेवल फैसिलिटी (Tourist Travel Facility) के लिए 46 एकड़, कन्वेंशन सेंटर के लिए 42 एकड़, आयुर्वेद केंद्र के लिए 35 एकड़, स्टार होटल के लिए 26 एकड़, बजट होटल के लिए 19.6 एकड़, ओल्ड एज होम्स के लिए 10 एकड़, सर्विस अपार्टमेंट के लिए 6 एकड़ और टूरिस्ट फैसिलिटी के लिए 8.4 एकड़ जमीन होगी।
6 हजार करोड़ होंगे खर्च-
हेरिटेज सिटी बनाने के लिए 6,000 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है, जो मथुरा-वृंदावन में पर्यटन को नई दिशा देगा। इस परियोजना में ग्रीन जोन और रिवर फ्रंट जैसी सुविधाएं शामिल होंगी, जो टूरिस्टों को आकर्षित करेंगी। इसके परिणामस्वरूप न केवल क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे, बल्कि इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा। इस पहल से स्थानीय समुदाय को भी लाभ मिलेगा, जिससे समृद्धि और विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठेगा।