indian currency : नोटों पर इस वजह से होते हैं RBI गवर्नर के साइन, अधिकत्तर लोगों को नहीं है जानकारी
RBI Governor Sign on Indian Currency : भारत में आपने अलग-अलग मूल्य के नोटों को देखा ही है और हर मूल्य के नोटों का अलग रंग और ढंग होता है। इन नोटों पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर (note par governor ke sign kyo hote hain) भी होते हैं। इस बीच एक सवाल उठता है कि भारतीय नोटों पर गवर्नर के साइन क्यों जरूरी होते हैं और क्या बिना हस्ताक्षर के नोट जारी किए जा सकते हैं? तो आज हम आपको बताने वाले हैं आपके मन में उमड़ रहे सारे सवालों के जवाब।

My job alarm - (bank note): भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) कभी भी ऐसा कोई नोट जारी नहीं करता, जिस पर गवर्नर के हस्ताक्षर न हों। हर नोट पर गवर्नर के साइन (governor sign rules) जरूर होते हैं। आरबीआई का काम केवल नोट छापने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बैंकों और उपभोक्ताओं के लिए भी समय-समय पर नियम निर्धारित करने व गाइडलाइन जारी करने की जिम्मेदारी भी निभाता है। इस समय आरबीआई (RBI) के गवर्नर का पद भी चर्चा में है। आइए जानते हैं इन सभी बातों को लेकर विस्तार से।
आरबीआई को मिले हैं ये अधिकार-
हाल ही में सरकार की ओर से संजय मल्होत्रा (sanjay malhotra) को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ) का गवर्नर नियुक्त किया गया है। बता दें कि वे पहले राजस्व सचिव के पद को संभाले हुए थे। अब आगे छापे जाने वाले नोटों पर इन्हीं के साइन दिखाई देंगे। असल सवाल तो यह है कि भारतीय नोटों पर गवर्नर के साइन क्यों होते हैं, क्या इनके बिना नोट नहीं चल सकते या नहीं छापे जा सकते? दरअसल, RBI (reserve bank of india) को कानूनी रूप से यानी भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 (Reserve Bank of India Act 1934) के जरिए भारतीय मुद्रा का प्रबंधन करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें धारा 22 के अंतर्गत मुद्रा छापने व जारी करने का अधिकार केंद्रीय बैंक यानी आरबीआई को है।
इस नोट पर नहीं होते गवर्नर के साइन-
यहां पर एक और खास बात आपको बता दें कि एक रुपये का नोट रिजर्व बैंक नहीं छापता और न ही इस पर आरबीआई गवर्नर (RBI governor) के साइन होते। इस नोट को भारत सरकार का वित्त मंत्रालय छापता है और इस पर साइन भी आपको वित्त मंत्रालय के सचिव के हस्ताक्षर मिलेंगे। इसके अलावा सभी मूल्य के नोटों पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं, जो अनिवार्य भी हैं।
इसलिए किए जाते हैं नोटों पर हस्ताक्षर-
नोटों पर साइन के होने के कई कारण हैं, जिनमें से एक अहम कारण यह है कि नोटों को वैध घोषित कर सकें । जब नोट पर गवर्नर के हस्ताक्षर (new reserve bank of india Governor) होते हैं, तो यह संकेत देता है कि भारतीय रिजर्व बैंक इस नोट के मूल्य के बराबर राशि चुकता करने कि जिम्मेदारी रखता है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए सभी नोटों (indian currency note explained) पर एक महत्वपूर्ण लाइन लिखी जाती है, जिसमें कहा जाता है, "मैं धारक को 'नोट का मूल्य' अदा करने का वचन देता हूं।"
हालांकि आमतौर पर इस नोट को बैंकनोट कहा जाता है, लेकिन रिजर्व बैंक इसे प्रॉमिसरी नोट मानता है। यह लाइन नोट की वैल्यू बताती है और रिजर्व बैंक के गवर्नर द्वारा ली गई गारंटी को दर्शाती है। नियमों के अनुसार, गवर्नर के हस्ताक्षर के बिना कोई भी बैंक नोट जारी नहीं किया जा सकता। साइन करने की व्यवस्था से भारतीय मुद्रा के नोटों की निगरानी व प्रबंधन भी पुख्ता होता है।