income tax raid : इनकम टैक्स के छापे में करोड़ों का खजाना, अब तक की 5 सबसे बड़ी रेड
आयकर विभाग की निगाहें हर किसी की कमाई पर होती हैं। जब भी कोई व्यक्ति टैक्स चोरी करता है या ITR फाइल करते समय कमाई का सही ब्योरा नहीं देता है और ऐसे में विभाग को व्यक्ति के पास काला धन छुपा होने का शक होता है तो इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) आयकर अधिनियम की धारा 132 के तहत छापेमारी करता है। इसके तहत आयकर अधिकारी किसी व्यक्ति के व्यवसाय या घर पर छापा मार सकते हैं। रेड किसी भी समय हो सकती है। बीते दिनों विभाग ने कई कारोबारियों के ठिकानों पर रेड की है जहां करोड़ों में कैश जब्त किया गया है। चलिए जानते हैं -
My job alarm - (ID Raid) वित्त मंत्रालय के तहत काम करने वाली कई एजेंसियां, जैसे आयकर विभाग, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT), और प्रवर्तन निदेशालय (ED), ये एजेंसियां उन व्यक्तियों की भी निगरानी करती हैं, जिनकी आय और टैक्स में अंतर होता है या जिन पर टैक्स चोरी का संदेह होता है। कभी-कभी, इन्हें किसी स्रोत से सूचना भी मिलती है कि कोई व्यक्ति टैक्स चोरी कर रहा है या काला धन जमा कर रखा है। इस जानकारी के आधार पर, संबंधित एजेंसियां उस व्यक्ति पर नजर रखती हैं और जब सही मौका मिलता है, तो उस पर छापेमारी की जाती है। हाल ही के दिनों में इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department News) द्वारा की गई छापेमारी काफी सुर्खियों में बनी हुई है। दरअसल, आयकर विभाग ने कई कारोबारियों के ठिकानों पर रेड की है और कई करोड़ रुपये कैश और बेनामी प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट (Benami property documents) बरामद किए गए हैं। आइए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं कब और कहां कहां हुई इनकम टैक्स विभाग की कार्यवाही...
नासिक में बड़ी छापेमारी
नासिक में आयकर विभाग (Income Tax Raid) ने एक सर्राफा व्यवसायी के ठिकाने पर छापा मारा, जिसमें 26 करोड़ रुपये की नकदी और 90 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए गए। यह छापेमारी लगभग 30 घंटे तक चली, जिसमें अधिकारियों को फर्नीचर के अंदर करोड़ों रुपये छुपे हुए मिले। इनकम टैक्स अधिकारियों ने कहा कि उन्हें 26 करोड़ रुपये की नकदी निकालने में 14 घंटे लग गए।
आगरा में जूता कारोबारियों पर कार्रवाई
22 मई 2024 को आगरा में जूता कारोबारियों के खिलाफ आयकर विभाग की कार्रवाई (Income Tax Raid) समाप्त हुई। यह कार्रवाई 80 घंटे चली, जिसके दौरान अधिकारियों ने करीब 57 करोड़ रुपये की नकदी, सोने की ज्वेलरी, प्रॉपर्टी में निवेश, (Gold jewellery, property investment) और कई करोड़ रुपये की पर्चियों की बरामदगी की।
मध्य प्रदेश के कटनी में छापेमारी
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में 16 मई को आयकर विभाग (latest income tax raid) ने एक बड़ी छापेमारी की। यह छापेमारी 19 मई तक चली और व्यापारियों के ठिकानों से 150 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामद की गई। इस कार्रवाई में अनिल इंडस्ट्रीज के अलावा जिले के अन्य बड़े व्यापारी भी शामिल थे।
राजस्थान में सबसे बड़ी कार्रवाई
5 मई को राजस्थान में आयकर विभाग (Rajasthan ED Raid News) ने अब तक की सबसे बड़ी छापामार कार्रवाई की। इस कार्रवाई में जेकेजे ज्वेलर्स ग्रुप के ठिकानों पर छापे मारे गए, जहां 800 करोड़ रुपये से अधिक की काली धनराशि का खुलासा हुआ।
धीरज साहू के ठिकानों पर छापा
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और व्यवसायी धीरज साहू (Dheeraj Sahu) के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा था। झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में उनके 9 ठिकानों पर छापेमारी की गई, जिसमें कुल 351 करोड़ रुपये की नकदी मिली। यह कार्रवाई एक रिकॉर्ड बन गई, क्योंकि किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में इतनी अधिक नकदी बरामद की गई थी।
NGO पर छापेमारी
सितंबर में, आयकर विभाग (Income Tax Department) ने विभिन्न एनजीओ (NGO) पर छापेमारी की, जिसमें ग्लोबल एनजीओ ऑक्सफैम इंडिया और थिंक टैंक सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर) शामिल थे। यह छापेमारी इन एनजीओ को प्राप्त कथित एफसीआरए (फ़ॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट) उल्लंघन निधियों से संबंधित जांच का एक हिस्सा थी। रिपोर्टों के अनुसार, आयकर विभाग इन एनजीओ की बैलेंस शीट और एफसीआरए के माध्यम से प्राप्त धन की प्राप्ति की खोज कर रहा था।