Expressway - 35 मिनट में पूरा होगा कानपुर से लखनऊ का सफर, 4,700 करोड़ की लागत से बन रहा नया एक्सप्रेसवे
Kanpur-Lucknow Expressway -लखनऊ और कानपुर के बीच यात्रियों के लिए एक नई सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जो यात्रा को सुगम बनाएगा। पहले इस सड़क को 6-लेन बनाने की योजना थी, लेकिन अब इसे 8-लेन का बनाया जाएगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 4,700 करोड़ रुपये बताई जा रही है-

My job alarm - (Kanpur-Lucknow Expressway) लखनऊ और कानपुर के बीच यात्रियों के लिए एक नई सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जो यात्रा को सुगम बनाएगा। पहले इस सड़क को 6-लेन बनाने की योजना थी, लेकिन अब इसे 8-लेन का बनाया जाएगा। यह एक्सप्रेस वे (expressway) 2025 में खोले जाने की योजना है, जिससे दोनों शहरों के बीच यात्रा में लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा। यह नया रास्ता विशेष रूप से पर्यटकों और वाणिज्यिक गाड़ियों के लिए फायदेमंद होगा, जिससे वे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंच सकेंगे। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 4,700 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
कितने किलोमीटर का एक्सप्रेस-वे?
लखनऊ-कानपुर के बीच बन रहे एक्सप्रेस-वे (Expressway being built between Lucknow-Kanpur) का आधे से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एलिवेटेड रोड और ग्रीन फील्ड रूट का 75 फीसदी काम संपन्न हो चुका है। 63 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे (new expressway) को तय समय सीमा से कई महीने पहले पूरा किया जा सकता है। पहले इसे जुलाई 2025 में खोला जाना था, लेकिन अब यह मार्च 2025 तक तैयार हो जाएगा। यह परियोजना दोनों शहरों के बीच यात्रा को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
क्या रहेगा रूट?
लखनऊ कानपुर एक्सप्रेस वे (lucknow-kanpur expressway) को लखनऊ रिंग रोड से जोड़ा जाएगा। यह एक्सप्रेस वे लखनऊ के शहीद पथ से शुरू होगा जो बंथरा, बनी, दतौली कांथा, तौरा, न्यौराना, अमरसास और रावल मार्ग होते हुए नवाबगंज को कानपुर से जुड़ेगा। इसमें 18 किलोमीटर एलिवेटेड रूट बनाया जाएगा, बाकी 45 किलोमीटर ग्रीन फील्ड (green-field) पर नया रूट तैयार किया जाना है। इस प्रोजेक्ट (project) में तीन बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास और 6 फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं।
कितना कम होगा समय?
कानपुर से लखनऊ (kanpur to lucknow) की यात्रा में वर्तमान में लगभग 3 घंटे लगते हैं, लेकिन नए एक्सप्रेसवे के बनने से यह सफर महज 35 से 45 मिनट का रह जाएगा। पहले यात्रियों को जगह-जगह डायवर्जन (Diversion), संकरे रास्तों और जाम की समस्या का सामना करना पड़ता था, जिससे सफर का समय दोगुना या उससे भी अधिक हो जाता था। इस एक्सप्रेसवे की आधारशिला मार्च 2019 में रखी गई थी, जो यात्रा को सुविधाजनक और तेज बनाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। इसके खुलने से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।