Delhi Metro : दिल्ली में यहां बनाया जाएगा 40 किलोमीटर लंबा अंडरग्राउंड मेट्रो कॉरिडोर, होंगे 27 स्टेशन
Delhi Metro Phase 4 : दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन (DMRC) ने चौथे चरण को लेकर नया अपडेट जारी किया है। इसके लिए डीएमआरसी (DMRC Update news) ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। नए अपडेट के अनुसार चौथे फेज में दिल्ली के कई इलाके आपस में जुड़ेंगे। इससे न केवल यात्रा सुगम बनेगी, बल्कि भीड़भाड़ भी कम होगी, साथ ही यात्रियों को बेहतर सुविधा (Delhi Metro) मिल सकेगी। इसमें दिल्ली के कई हिस्सों को एड किया जाएगा। आइए जानते हैं इस बारे में खबर के माध्यम से विस्तार से।

My job alarm - (Delhi Metro update): दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस फेज के तैयार होने से दिल्ली के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी। मिली जानकारी के मुताबिक इस फेज में करीब 40 किलोमीटर से ज्यादा का कॉरिडोर अंडरग्राउंड बनाया जाएगा। कहा जा रहा है कि इस भूमिगत कॉरिडोर में तकरीबन 27 स्टेशन (Delhi Metro Phase 4 new update) पड़ेंगे।
अंडरग्राउंड निर्माण के लिए यूज होगी यह तकनीक-
डीएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि चौथे फेज में पुरानी दिल्ली (Old Delhi) के नबी करीम, सदर बाजार, अजमल खान पार्क, साउथ दिल्ली (south delhi) के महरौली बदरपुर रोड समेत कई इलाकों से अंडरग्राउंड कॉरिडोर होगा। डीएमआरसी के अधिकारियों के अनुसार ये फेज दिल्ली के कई क्षेत्रों को जोड़ने (Delhi metro news) में मदद करेगा। अंडरग्राउंड निर्माण के लिए मेट्रो प्रशासन कट-एंड-कवर तकनीक का यूज कर रही है। ये दिल्ली को अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
इस तरीके से होता है सुरंगों का निर्माण
अपडेट्स के अनुसार चौथे फेज को लेकर तेजी से काम चल रहा है। इसके कॉरिडोर में 7 टनलिंग ड्राइव पूरी हो चुकी हैं और 9 ऐसे और ड्राइव अलग-अलग एरिया में चलाए जा रहे हैं। मेट्रो प्रशासन की ओर से सुरंगों का निर्माण टनल बोरिंग मशीन की सहायता से किया जाता। ज्यादातर ये TBM तकनीक शहरी क्षेत्रों में भूमिगत सुरंग बनाने के लिए इस्तेमाल होती हैं।
कॉरिडोर बनाने में सुरक्षा और संरचना का पूरा ध्यान
डीएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि चौथे फेज में एयरोसिटी (Aerocity kaha hai) से साउथ दिल्ली के तुगलकाबाद तक अंडरग्राउंड कॉरिडोर होगा। इसके साथ ही पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी से आरके आश्रम मार्ग तक कॉरिडोर को भूमिगत रखने की योजना बनाई गई है। इस प्रकार की परियोजनाओं में सुरक्षा और संरचना की निगरानी बेहद जरूरी है। खासकर भीड़भाड़ वाले इन क्षेत्रों में अंडरग्राउंड कॉरिडोर (delhi me undergraund corridor) बनाने में सुरक्षा और संरचना का पूरा ध्यान रखा जाएगा।