Uttar Pradesh के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे के 3 सर्वे हुए पूरे, इन जिलों से निकलेगी यह आधुनिक सड़क
UP News : उत्तर प्रदेश में लगातार नए नए एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है। इन एक्सप्रेसवे का सर्वे जल्द ही पूरा किया जाने वाला है। इस लंबे एक्सप्रेसवे (Expressway in UP) के बनने की वजह से 3 सर्वे को पूरा किया जा चुका है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किन जिलों से ये सड़क निकलने वाली है।

MY Job Alarm : (New Expressway) यूपी सरकार ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल अब सरकार यूपी में सबसे लंबे एक्सप्रेसवे को बनाया जाने वाला है। इस एक्सप्रेसवे (New Expressway in UP) के बनने की वजह से यहां पर रोजगार के भी नए नए मौके बनने वाले हैं, जोकि आम लोगों के लिए काफी लाभकारी होंगे। इस एक्सप्रेसवे का सर्वे पूरा कराया जा चुका है। खबर में जजानिये इस बारे में डिटेल।
यहां पर बनेगा एक्सप्रेसवे
पहले हुए दो सर्वे में गोरखपुर से बस्ती, गोंडा, सीतापुर रूट था लेकिन अब नए सिरे से इसका निर्धारण किया जा रहा है। अब इस एक्सप्रेस-वे (Expressway in UP) के नेपाल की सीमा से सटे जिलों से होकर लखनऊ, सीतापुर, बरेली और मेरठ होते हुए शामली तक जाने की संभावना लगाई जा रही है। एनएचएआई के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि एलाइनमेंट सर्वेक्षण का कार्य जल्द ही पूरा किया जाने वाला है।
तीसरा सर्वे किया जा चुका है पूरा
गोरखपुर-शामली-पानीपत एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए हो रहा तीसरे सर्वे को भी पूरा किया जा चुका है। फिलहाल 22 जिलों का एलाइनमेंट सर्वेक्षण चल रहा है। तीनों सर्वे की अलग-अलग डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR For Gorakhpur-Panipat Expressway) को तैयार कराया जा चुका है। इसकी वजह से ये पता चल सकता है कि कितने पुल, ओवरब्रिज और फ्लाईओवर की जरूरत रहने वाली है। इनमें से एक को अंतिम रूप दिया जाएगा। फिलहाल ये काम पूरा होने में तीन महीने का समय लगने वाला है।
एनएचएआई को सौंपी गई थी जिम्मेदारी
गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस के सर्वे की जिम्मेदारी एनएचएआई को सौंपी गई थी। हालांकि अब ये योजना अयोध्या को दी जा रही है। इसके अलावा गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur-Panipat Expressway) पहले शामली तक बनने वाला था लेकिन बाद में इसे पानीपत तक विस्तार करने की प्लानिंग की जा रही है। नए सिरे से एलाइनमेंट सर्वेक्षण के पूरा होने के बाद रूट का निर्धारण किया जाने वाला है।
450 किमी लंबे एक्सप्रेसवे का होगा निर्माण
प्रस्ताव के अनुसार, इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण दो चरण में कराने की प्लानिंग की जा रही है। पहले चरण में पानीपत-शामली से पुवायां तक लगभग 450 किमी और दूसरे भाग में पुवायां से गोरखपुर (Puwaiyan to Gorakhpur Distance) के बीच करीब 300 किमी दूरी में निर्माण कराया जाने वाला है। इस एक्सप्रेस-वे के बनने की वजह से यूपी का पूर्वी और पश्चिमी हिस्सा सीधे जुड़ने वाला है। सात से आठ घंटे में गोरखपुर से शामली तक पहुंचने वाली है।
लखनऊ समेत इन जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
पहले हुए दो सर्वे में गोरखपुर से बस्ती, गोंडा, सीतापुर रूट था हालांकि अब नए सिरे से इसका निर्धारण किया जा रहा है। अब इस एक्सप्रेस-वे के नेपाल की सीमा से सटे जिलों से होकर लखनऊ, (Lucknow News) सीतापुर, बरेली और मेरठ होते हुए शामली तक जाने की संभावना बढ़ गई है। एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार, एलाइनमेंट सर्वेक्षण का कार्य जल्द पूरा किया जाने वाला है। इसके बाद डीपीआर (DPR For expressway) तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।
यहां पर हो रहा है एलाइनमेंट सर्वे
गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur-Panipat Expressway) के निर्माण के लिए गोरखपुर में भी एलाइनमेंट सर्वेक्षण को किया जा रहा है। इसके लिए कुल 50 गांवों से होकर सड़क के गुजरने की उम्मीद लगाई जा रही है। इसके लिए एनएचएआई ने जिला प्रशासन से भू-राजस्व अभिलेख मांगा है।
इन जिलों को मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटि
इस एक्सप्रेसवे के बनने की वजह से पानीपत, शामली, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बस्ती, गोरखपुर (gorakhpur Expressway) को बेहतर कनेक्टिविटि मिलने वाली है। गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस-वे के सर्वे का कार्य पूरा किया जा चुका है। अब एलाइनमेंट का कार्य चल रहा है। इसके बाद डीपीआर तैयार किा जाने वाला है।