Tree Farming : इन पेड़ों की खेती से किसानों को होगी मोटी कमाई
Profitable Farming : बाजारों की डिमांड को देखते हुए हमेशा उपयोग में लाई जाने वाली चीजों की खेती करने वाले किसान मोटी कमाई कर सकते हैं। पेड़ों की खेती इसका बेस्ट विकल्प बनता जा रहा है। कई पेड़ ऐसे हैं जिनकी लकड़ी बहुत महंगी बिकती है। किसान कृषि वानिकी (Agro Forestry) करके फसल भी उगा सकते हैं। इससे उनको दोहरा मुनाफा होता है। आइये जानते हैं वे कौन-कौन से पेड़ हैं।
My job alarm (ब्यूरो)। आज के समय में परंपरागत फसलों की बजाय पेड़ों की खेती किसानों को मालामाल कर रही है। इन पेड़ों की लकड़ी व छाल कई चीजों में उपयोग होती हैं। कई तरह के पेड़ ऐसे हैं जिनकी लकड़ी बाजार में काफी महंगी बिकती है। हर समय इनकी लकड़ी की डिमांड बने रहने के कारण अच्छे भाव मिल जाते हैं। इससे किसान करोड़पति बन रहे हैं। आप भी इन पेड़ों को (Pedo Ki Kheti)उगाकर मालामाल हो सकते हैं। खास बात यह भी है कि इन पेड़ों के बीच में खाली जगह में किसान दूसरी खेती भी कर सकते हैं। आइये जानते हैं इन पेड़ों के बारे में।
गम्हार के पेड़ की खेती (Gambhar Ke Ped Ki Kheti)
गम्हार के पेड़ की खेती (Gambhar tree cultivation) कम समय में किसानों को मालामाल कर सकती है। इस पेड़ा का विकास बहुत तेजी से होता है। इसकी लकड़ियों से कई तरह के फर्नीचर भी बनाए जाते हैं, जो लंबे समय तक खराब नहीं होते। एक एकड़ में तकरीबन 500 गम्हार के पौधे लगाए जाते हैं। जिससे महज 25 से 30 वर्षों में आप लगभग एक करोड़ तक की कमाई कर सकते हैं।
काला शीशम का पेड़ (kala Sheesham Ki Kheti)
काला शीशम की लकड़ी काफी महंगी होती है। इसका यूज कई चीजों में होता है। इसकी लंबाई 40 से 50 फीट होती है और रंग हल्का लाल और कला होता है। डिमांड के अनुसार इसकी लकड़ी चंदन की लकड़ी से भी महंगी (kala Sheesham Ki Keemat) बिक सकती है। इसका इस्तेमाल अच्छी गुणवत्ता के फर्नीचर, राइफल बट, गिटार सहित अन्य वाद्य यंत्र, खेलों के उपकरण, प्लाइवुड तथा डेकोरेशन के सामान बनाने में किया जाता है। मार्केट में इसके एक घन फुट लकड़ी की कीमत करीब 5 से 6 हजार रुपये होती है।
सफेदे का पेड़
बकौल कैलाश सफेदे की लकड़ियों का इस्तेमाल (Use of Eucalyptus Wood) पेटियां, ईंधन, हार्ड बोर्ड, फर्नीचर और पार्टिकल बोर्ड इत्यादि बनाने के लिए किया जाता है। यह पेड़ केवल 5 सालों में अच्छी तरह से तैयार हो जाता है, जिसके बाद इसे काटा जा सकता है। खास बात यह है कि पेड़ से लगभग 400 किलो तक लकड़ी मिलती है। बाजार में इसकी कीमत 6 से 7 रुपये प्रति किलोग्राम (Eucalyptus Ki Keemat) तक मिल जाती है। इस पेड़ की लकड़ी की खास बात यह है कि एक हेक्टेयर में तीन हजार पेड़ लग जाते हैं, जिससे आप आसानी से 80 लाख रुपये तक कमा सकते हैं।
महोगनी का पेड़
महोगनी का पेड़ (mahogany tree) दुनिया के सबसे महंगे पेड़ों में शुमार है। इसकी लकड़ियों का इस्तेमाल जहाज, गहने, फर्नीचर, प्लाईवुड, सजावट और मूर्तियां बनाने में किया जाता है। यह पेड़ औषधि के लिए भी जाना जाता है। इसके साथ ही इस पेड़ की पत्तियों का इस्तेमाल कैंसर, रक्तचाप, अस्थमा, सर्दी, मधुमेह सहित अन्य बीमारियों के इलाज में किया जाता है। इसकी लकड़ी 2000 से 2200 रुपये प्रति क्यूबिक फीट पर मिल जाती है। इसकी खेती (mahogany Ki Kheti) कर किसान 50 लाख रुपए तक आसानी से कमा सकते हैं।
करमा का पेड़
करमा का पेड़ (Karma Ped Ki Kheti) की लकड़ी काफी महंगी होती है। इसे रोपने के बाद कुछ वर्ष बाद एक पेड़ की कीमत लाख रुपए तक हो जाती है। इस हिसाब से 100 पेड़ सीधा एक करोड़ की कमाई देंगे। इसकी लकड़ियों का इस्तेमाल सिंदुरदानी बनाने के लिए बड़ी मात्रा में किया जाता है।
सखुआ का पेड़
सखुआ का वृक्ष बेहद उपयोगी होता है। इसकी लकड़ियां बहुत कठोर और मजबूत होती हैं। इनकी मियाद काफी लंबी होती है। इससे दरवाजे, खिड़की और अन्य फर्नीचर (Sakhua Ka Ped kaise lgyen) बनाए जाते हैं। साथ ही इसके पत्तों से भी कई चीजें बनाई जाती हैं। इसके फल सरई से श्वास, एनीमिया, त्वचा, डायबिटीज, अल्सर या घाव जैसी बीमारी की औषधि बनाई जाती है। इसकी लंबाई 80 फीट तक होती है। भारत में इस पेड़ के लकड़ियों की बहुत डिमांड है। इस कारण किसानों को इससे अच्छी कमाई हो जाती है।
सागवान का पेड़
अन्य पेड़ों की तरह सागवान के पेड़ की लकड़ी (Sagwan Ki Kheti) भी बेहद कीमती होती है। इस पेड़ की लकड़ी से बने फर्नीचर कम से कम 200 वर्षों तक आसानी से चल जाते हैं। खास बात यह है कि यह पेड़ बहुत जल्द बड़ा और बेचने लायक हो जाता है। कम समय में किसान इससे मोटी कमाई कर सकते हैं। बाजार में इसकी कीमत 4 से 5 हजार प्रति घन फुट होती है।
चिलबिल का पेड़
चिलबिल के पेड़ की (Chilbil Ki Kheti) कई खूबियां होती हैं। इसके पौधे को भी 100 रुपये तक खरीदा जा सकता है। नर्सरी में तैयार कर इसे खेत में लगाया जा सकता है। इस एक पेड़ की कीमत कुछ वर्ष बाद एक से डेढ़ लाख रुपए तक मिल जाती है। इसकी लकड़ियां सेंट्रिंग में इस्तेमाल की जाती हैं। इसकी लकड़ी अच्छी गुणवत्ता वाली होती है। इसकी लंबाई 80 फीट तक होती है।खास बात यह है कि यह एक औषधीय पेड़ भी है, जिसके छाल व पत्तों का उपयोग कई तरह की दवाएं बनाने में किया जाता है।