Tree cultivation : एक एकड़ में 250 पेड़ लगाकर आसानी से कमा लेंगे 8 लाख, मार्केट में है भारी डिमांड
Farmers News :कम से कम खर्चे में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा पेड़ों की खेती से आसानी से लिया जा सकता है। कई पेड़ तो ऐसे हैं जिनके फल-फूल और लकड़ी तक की कीमत बाजारों में मुंहमांगे दामों पर मिल जाती है। इस खबर में आपको कुछ ऐसे ही पेड़ों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी खेती (pedo ko kheti)करके किसान कुछ ही समय में मालामाल हो सकते हैं। आइये जानते हैं इनमें कौन-कौन से पेड़ शामिल हैं।

My job alarm - (Tree cultivation) आजकल देशभर के अनेक किसानों का रुझान पेड़ों की खेती की ओर बढ़ने लगा है। इनकी खेती किसानों को खूब मालामाल कर रही है। दिन प्रतिदिन ऐसे किसानों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। पेड़ों की खेती करने से किसानों को यह भी फायदा (Kamayi wali kheti) होता है कि इस खेती में पेड़ काफी फासला छोड़कर लगाए जाते हैं, इसलिए इनके बीच खाली जगह पर किसान फसलें भी उगा सकते हैं। इससे किसानों को दोहरा लाभ मिलता है।
शीशम का पेड़
शीशम के पेड़ की लकड़ी काफी मजबूत होने के साथ-साथ लंबे समय तक खराब भी नहीं होती। इस कारण इस पेड़ी लकड़ी की कीमत बाजार में काफी ज्यादा होती है। इमारती लकड़ी (sheesam ki kheti) के अलावा कई तरह के फर्नीचर भी इस लकड़ी से तैयार किए जाते हैं। यह पेड़ दीमकरोधी है, इसलिए इसकी लकड़ी का उपयोग रेलगाड़ी के डिब्बे बनाने तक में किया जाता है। शीशम का पेड़ रेतीली भूमि में भी उगाया जा सकता है। हालांकि इसके लिए बारिश व नम भूमि की जरूरत होती है। अच्छे जल निकास वाली भूमि में शीशम के पेड़ (sheesam ki lakdi k abhav)की अच्छी ग्रोथ होती है। इस पेड़ की खेती करके किसान कुछ साल बाद अच्छी कमाई कर सकते हैं।
पॉपलर की खेती
पॉपलर की खेती (poplar ki kheti kaise kren) किसानों को बंपर कमाई करा सकती है। पॉपलर के पेड़ की लकड़ी का कई जगह यूज होने के कारण इसकी लकड़ी भी काफी महंगी होती है। जिसका रेट आमतौर पर 700-800 रुपये प्रति क्विंटल तक होता है। बेहतर तरीके से देखभाल करके एक हेक्टेयर में 250 पेड़ तक आसानी से उगाए जा सकते हैं। पॉपलर के पेड़ 75-80 फीट तक ऊंचे होते हैं। अधिक लंबे होने के कारण इनकी सपाट लकड़ी (poplar ka bhav) से कई चीजें आसानी से बन जाती हैं। एक हेक्टेयर में इन पेड़ों की खेती करके किसान सात से आठ लाख रुपये तक मुनाफा आसानी से ले सकते हैं।
मालाबार नीम की खेती
मालाबार नीम की खेती (malabar neem ki kheti krne ka treeka) भी अन्य पेड़ों की खेती की तरह ही अच्छा मुनाफा देती है। कई किसान मालाबार नीम के पेड़ उगाकर अच्छी कमाई कर रहे हैं। इस पेड़ की लकड़ी का उपयोग कई चीजों को बनाने में किया जाता है। इस पेड़ की लकड़ी काफी कीमती होती है। कम श्रम व लागत में मालाबार नीम की खेती किसानों को अच्छा मुनाफा देती है। अब तो कई राज्यों में इसकी खेती की जाने लगी है।
सफेदे की खेती
सफेदे का दूसरा नाम यूकेलिप्टस (Eucalyptus ki kheti) भी है। सफेदे का पेड़ कई फीट लंबा होता है, इसकी लकड़ी सीधे तौर पर बढ़ती है। इस कारण इससे कई चीजें बनाई जा सकती हैं। इसकी कीमत भी बाजार में अच्छी खासी मिल जाती है। इसके लिए सबसे कम पानी की आवश्यकता (Eucalyptus kikheti ka treeka)होती है और इस पर किसी भी मौसम का प्रतिकूल असर नहीं पड़ता है। हर तरह की जलवायु उगने वाला सफेदे का पेड़ तेजी से ग्रोथ करता है। सफेदे की लकड़ी का प्रयोग (uses of Eucalyptus) फर्नीचर, कागज की लुगदी बनाने के अलावा इंधन के तौर पर भी किया जाता है। करीब 10 साल में इसका पौधा पेड़ा का रूप ले लेता है। इसकी खेती से किसान काफी अच्छा मुनाफा (Eucalyptus se kmayi) कमा सकते हैं।
सागवान की खेती
सागवान के पेड़ उगाकर (sagwan ki kheti) कई किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इसकी लकड़ी भी बाजार में काफी महंगे रेट पर बिकती है। सागवान एक ऐसा पेड़ है जिसकी खेती (sagwan ki kheti ka treeka) एक एकड़ जमीन में लाखों रुपए की कमाई देती है। इससे फर्नीचर और प्लाई बनाई जाती है। इस पेड़ की लकड़ी की मियाद काफी ज्यादा होती है। भवन निर्माण के कार्यों में भी यह लकड़ी उपयोगी है। बाजार में अच्छे भाव में बेचकर किसान इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।