Business Idea : इस पेड़ की खेती से होगी मोटी कमाई, 12 महीने रहती है भारी डिमांड
Business With Agriculture : परंपरागत खेती को छोड़कर अब अनेक किसान आधुनिक खेती की ओर चल पड़े हैं। इससे उनको मोटा मुनाफा भी हो रहा है। यहां पर आपको ऐसे पेड़ की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको कम समय में मोटी कमाई करवा सकता है, इसमें लागत भी बहुत कम है। इस पेड़ की लकड़ी की डिमांड मार्केट में हमेशा बनी रहती है।
My job alarm (ब्यूरो)। कम समय में बंपर मुनाफा लेकर मालामाल होना है तो आपको परंपरागत खेती के बजाय नई तकनीकों के साथ आधुनिक खेती को अपनाना होगा। नई खाजों पर आधारित वैज्ञानिक तरीकों से खेती करके लोग मोटी कमाई भी कर रहे हैं। ऐसी ही एक खेती है मालाबार नीम (Malabar Neem Ki kheti kaha hoti h) की खेती। इस पेड़ की खेती आपको मोटा मुनाफा देकर चंद दिनों में ही करोड़पति बना देगी।
जल्दी मिलने लगती है इनकम
मालाबार नीम के पेड़ की बढ़वार जल्दी होती है, इसलिए इस पेड़ की खेती करने से किसानों को बहुत जल्दी इनकम मिलती है। इसमें सिंचाई की अधिक जरूरत नहीं होती। इस पेड़ की लकड़ी का सबसे अधिक इस्तेमाल प्लाईबोर्ड बनाने में आता है। मालाबार नीम को मेलिया डबिया (Malabar Neem) भी कहते हैं और इसकी खेती अधिकतर दक्षिण भारत में अधिक की जाती है। हालांकि अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियों में इसे अन्य राज्यों में भी उगाया जा सकता है।
यहां पर आसानी से मिलेगा बीज
दक्षिण भारत में स्थित कृषि विज्ञान केंद्रों पर इस पेड़ की खेती (Malabar Neem ke podhe kaha milte hn)करने के लिए इसका बीज आसानी से मिल जाता है। इसके एक किलो बीज से 5 हजार पेड़ तैयार किए जा सकते हैं। नर्सरी में लगाए गए मालाबार नीम(Malabar Neem Plants) के पौधे 1 से 2 महीने में ही खेत में रोपने के लिए तैयार हो जाते हैं। एक एकड़ जमीन में मालाबार नीम के करीब 1250 पेड़ लगाए जा सकते हैं।
एक पेड़ से मिलती है 4 -5 क्विंटल लकड़ी
मालाबार नीम 4 से 5 साल में इनकम देने लायक हो जाता है। इतना समय इसकी शाखाओं व लकड़ी बनने में लगता है। इस लिहाज से अन्य वृक्षों की तुलना में यह बहुत तेजी से ग्रोथ (Malabar Neem ka Ped)करने वाला पेड़ है। मालाबार नीम की लकड़ी 8 से 9 सौ रुपये प्रति क्विंटल तक बिक जाती है और एक पेड़ 4 से 5 क्विंटल लकड़ी प्रदान करता है। इस हिसाब से एक पेड़ से 4 से 5 हजार रुपये (Malabar Neem ki Lakdi ka rate)का मुनाफा आसानी से कमाया जा सकता है। डिमांड के अनुसार भाव कम ज्यादा भी हो सकता है।
पानी की नहीं ज्यादा जरूरत
इस पेड़ की खेती (Malabar Neem ki Kheti Kaise kren)कम सिंचाई वाले या कम पानी वाले क्षेत्रों में भी आसानी से की जा सकती है। मालाबार नीम की खासियत है कि ये किसी भी प्रकार की मिट्टी में बड़ी ही आसानी से लगाया जा सकता है। चाहे दोमट मिट्टी हो, चिकनी मिट्टी या रेतीली मिट्टी हो यह हर प्रकार की मिट्टी में उगाया जाता है।
इसलिए इसे दूसरे प्रदेशों के किसान भी उगा सकते हैं। इसमें पानी बहुत कम मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है। गर्मियों के मौसम में महीने में एक बार पानी डाला जाता है और बरसात और सर्दी में तो पानी की इस खेती (Malabar Neem ki Kheti ka Tareeka)के लिए कोई आवश्यकता ही नहीं होती है। इस कारण कम सिंचाई के क्षेत्रों में इसकी खेती कामयाब है।
यहां उपयोग की जाती है इस पेड़ की लकड़ी
मालाबार नीम की लकड़ी पॉपलर की लकड़ी के मुकाबले अधिक भारी होती है। इसकी लकड़ी का सबसे अधिक इस्तेमाल प्लाईबोर्ड बनाने में किया जाता है। इसके अलावा इस लकड़ी से माचिस की तिल्लियां बनाई जाती हैं। बाजार में बिकने वाले लकड़ी के पैकिंग बॉक्स इसी से बनते हैं। इसके अलावा कई तरह का फर्नीचर (Uses of Malabar Neem )भी इस पेड़ की लकड़ी से बनाया जाता है।म